Men found charred: पिछले कई दिनों से नासिर और जुनैद हत्याकांड चर्चा में है. अब इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है. पिछले हफ्ते राजस्थान के रहने वाले नासिर और जुनैद की कथित तौर पर जलाकर हत्या की गई थी. इन दोनों के शवों को जली हुई बोलेरो कार में हरियाणा के भिवानी से बरामद किया गया था. जांच में पता चला है कि इन दोनों की हत्या के आरोपियों में 4 आरोपी गाय तस्करी के मामले में हरियाणा पुलिस के लिए मुखबिर का काम करते थे.


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राजस्थान के दो मुस्लिम युवकों के कथित अपहरण और उसके बाद हत्या के मामले में दर्ज एफआईआर में 5 आरोपियों में से 4 आरोपी हरियाणा पुलिस के मुखबिर निकले हैं. ये लोग संदिग्ध गो-तस्करों के खिलाफ दायर मामलों में या तो मुखबरी करते या फिर शिकायत दर्ज कराते थे.


क्या है मामला?


राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के रहने वाले नासिर और जुनैद का 15 फरवरी को गो-रक्षकों ने कथित तौर पर अपहरण कर लिया और अगले दिन उनके शव  हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई बोलेरो में मिले. मृतकों के परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत में पांच लोगों का नाम लिया था. इस मामले में बजरंग दल का भी नाम सामने आया. राजस्थान पुलिस ने 16 फरवरी को पीड़ित परिवार की शिकायत के आधार पर एक एफआईआर दर्ज की. इसमें, 5 आरोपियों- अनिल, श्रीकांत, रिंकू सैनी, लोकेश सिंगला और मोनू मानेसर को नामजद किया. बाद में भरतपुर के गोपालगढ़ थाने में दर्ज एफआईआर में 4 और संदिग्धों के नाम जोड़े गए.


कौन से आरोपी मुखबिर और शिकायतकर्ता


हरियाणा के नूंह के फिरोजपुर झिरका और नगीना थानों में संदिग्ध गो-तस्करों के खिलाफ, हाल ही में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, रिंकू, लोकेश और श्रीकांत को मुखबिर बताया गया है तो वहीं, गुरुग्राम के सेक्टर 9ए में दर्ज एक प्राथमिकी के मुताबिक, बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर इस मामले में शिकायतकर्ता है. इन आरोपियों में से रिंकू को राजस्थान की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जुनैद और नासिर के कथित तौर पर अपहरण से 14 घंटे पहले फिरोजपुर झिरका पुलिस स्टेशन में दर्ज सबसे हालिया एफआईआर के मुताबिक, मुखबिर और गो-रक्षक रिंकू ने पुलिस को सूचना दी थी कि पांच मवेशी तस्कर टाटा 407 में गायों को राजस्थान की ओर ले जा रहे हैं.


एफआईआर में और क्या?


एएसआई जमशेद ने जो एफआईआर दर्ज की है उसमें कहा गया है, “पुलिस की एक टीम ने रिंकू के साथ एगॉन गांव के पास बैरिकेड लगा दिया और 10-15 मिनट के बाद एक टाटा 407 वहां पहुंची. पुलिस टीम को देख ड्राइवर और उसके चार साथी गाड़ी से कूदकर भागने में सफल रहे. वहीं, खबरी रिंकू ने चालक का नाम कालू के साथ-साथ अन्य चार के नाम भी बताए. पकड़ी गई गाड़ी से 8 गायों सहित 10 मवेशियों को बरामद किया गया.”


वहीं, फिरोजपुर झिरका स्टेशन पर सब-इंस्पेक्टर बलबीर सिंह की शिकायत पर 23 जनवरी को दर्ज एक अन्य एफआईआर में भी रिंकू का नाम "मुखबिर खास" और गो-रक्षा ग्रुप का सदस्य बताया गया है. 19 जनवरी को फिरोजपुर झिरका थाने में भी एक एफआईआर 'गो-रक्षक' लोकेश से मिली सूचना के आधार पर दर्ज की गई थी. सब-इंस्पेक्टर कल्याण सिंह की शिकायत के मुताबिक, उन्हें लोकेश से सूचना मिली थी कि मवेशी तस्करी में शामिल तीन लोग राजस्थान के घाटमीका गांव जा रहे हैं.


16 जनवरी की एफआईआर में क्या?


19 जनवरी की एफआईआर के मुताबिक, पुलिस लोकेश के साथ मौके पर पहुंची. पकड़ी गई गाड़ी से दो गायें बरामद की गईं, जबकि उसमें सवार तीन लोग भागने में सफल रहे. मुखबिर लोकेश ने आरोपियों की पहचान की और उन पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.


नगीना और फिरोजपुर झिरका पुलिस थानों में संदिग्ध पशु तस्करों के खिलाफ 1 जनवरी को दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जो कि गो-रक्षकों श्रीकांत और रिंकू की गुप्त सूचना पर आधारित थीं. नगीना थाने में दर्ज एक एफआईआर में पुलिस ने कहा कि श्रीकांत और उसके सहयोगी सुनील ने सूचना दी थी कि एक पशु तस्कर सुल्तानपुर गांव के पास एक जानवर को मार रहा है. एफआईआर में कहा गया है कि सूचना के बाद छापा मारा गया और पुलिस ने शाहिद उर्फ काला को गिरफ्तार कर लिया.


वहीं, फिरोजपुर झिरका थाने में दर्ज एक अन्य एफआईआर में पुलिस ने कहा कि उन्होंने चार मवेशी तस्करों को पकड़ने के लिए नूंह के एक गांव में छापा मारा, लेकिन भागने में सफल रहे. इसकी भी सूचना उन्हें गौरक्षक रिंकू से ही मिली थी.


गुरुग्राम वाली एफआईआर


गुरुग्राम के सेक्टर 9ए थाने में 16 जनवरी को दर्ज प्राथमिकी में मोहित उर्फ मोनू मानेसर को शिकायतकर्ता बताया गया है जो गो-रक्षा दल और बजरंग दल का सदस्य है. एफआईआर में कहा गया कि मोनू ने पुलिस को बताया कि मवेशी तस्कर गुरुग्राम में खांडसा मंडी के पास आते थे और आवारा पशुओं को पिकअप जीप में नूंह के रास्ते राजस्थान ले जाते थे. पुलिस ने इस गाड़ी का भी पीछा किया और शाहिद नाम के शख्स को पकड़ने में कामयाबी मिली, जबकि गाड़ी में सवार अन्य पांच लोग भागने में सफल रहे. इस गाड़ी से तीन गायें बरामद की गईं.


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