केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत आने वाला राष्ट्रीय जैविक संस्थान (एनआईबी) कोविड-19 के टीका की जांच के लिए अतिरिक्त केंद्र के तौर पर काम करेगा. इस बारे में मंगलवार को एक राजपत्रित अधिसूचना जारी की गयी. यह संस्थान नोएडा में है.
बता दें कि वर्तमान में सभी तरह के टीकों की टेस्टिंग केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल), कसौली में होती है. एक अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 टीके की टेस्टिंग प्रक्रिया में तेजी लाने और टीका उपलब्ध हो जाने पर इसकी स्पलाई बाधित नहीं हो, इस वजह से यह कदम उठाया गया है.
कोविड-19 का उपयुक्त टीका उपलब्ध कराना जरूरी
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि महामारी की वजह से पैदा आपात स्थिति से निपटने के लिए कोविड-19 का उपयुक्त टीका उपलब्ध कराना जरूरी है. इसलिए जनहित में यह जरूरी हो गया है कि संक्रमण की रोकथाम के लिए टीका के जांच के काम में तेजी लायी जाए. यह अधिसूचना 30 नवंबर 2021 तक के लिए प्रभावी रहेगी.
भारत को जल्द कोविड वैक्सीन मिलने की संभावना
भारत को जनवरी-फरवरी में बहुत सी एंटी कोविड वैक्सीन मिलने की संभावना है. भारत सरकार द्वारा पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फॉर्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा मिलकर बनाई जा रही कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन के लिए आपात मंजूरी दे सकता है.वहीं भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को चरण I और II परीक्षणों के डाटा को सब्मिट करने के बाद आपातकालीन मंजूरी मिल सकती है. नियामक सूत्रों के मुताबिक भारत बायोटेक वैक्सीन के लिए डेटा प्रकाशित करने की प्रक्रिया में है जो अब भारत में चरण 3 परीक्षणों में है. इसलिए, फरवरी तक दो टीके उपलब्ध हो सकते हैं.
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