जम्मू: इस साल के राष्ट्रीय बाल पुरस्कारों का एलान हो चुका है और इस पुरस्कार पाने वालों में जम्मू के 13 साल के हरमनजोत सिंह भी हैं, जिन्हें नवीनता की श्रेणी में यह पुरस्कार दिया गया है. हरमनजोत को यह पुरस्कार कोरोना काल में महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े एक मोबाइल एप को बनाने के लिए दिया गया है.


इस साल के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कारों का एलान हो चुका है, जिसमें 32 बच्चों को अलग-अलग श्रेणियों में यह पुरस्कार दिया जाएगा. यह पुरस्कार पाने वालों में जम्मू के 13 साल के हरमनजोत सिंह भी हैं जिनसे सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. पीएम से बात करने के बाद हरमनजोत ने कहा कि पीएम ने उन्हें भविष्य के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए.  उन्होंने कहा कि पीएम ने उन्हें अपने जुनून को आगे बढ़ाने की बात कही और उन्होंने इतने बड़े पुरस्कार के बाद भी इसे अंत न समझने की बात कही.


पीएम ने हरमनजोत सिंह को निष्काम भावना से देश की सेवा में लगे रहने की भी बात कही. उन्हें यह पुरस्कार कोरोना काल में रक्षा वुमेन सेफ्टी एप्लीकेशन बनाने के लिए मिला है. यह एप्लीकेशन  हरमनजोत ने अपनी मां के कहने पर बनाया. उन्होंने कहा कि यह बनाने में उन्हें एक महीना बनाने में लगा. उन्हें इस बीच कई दिक्कतें भी आईं लेकिन उन्होंने इस इन दिक्कतों को चुनौती के रूप में लिया और इन्हें पार भी किया.


हरमनजोत सिंह ने कहा कि जब उन्हें यह एप बनाया तो उन्हें यह उम्मीद ही नहीं थी कि इस एप को इतना सराहा जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि उन्हें इस एप्लीकेशन के लिए पीएम से शाबाशी मिलेगी. भविष्य के बारे में जानकारी देते हुए हरमनजोत ने कहा कि वह स्टेट एजुकेशन में आगे काम करना चाहते हैं और खुद को एक भविष्य के एक डाटा एनालिस्ट देखते हैं.


शरद पवार का राज्यपाल पर निशाना, बोले- कंगना रनौत से मिलने का वक़्त है लेकिन किसानों से नहीं