कोलकाताः पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा की तहकीकात करने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के द्वारा गठित टीम के सदस्य आतिफ रशीद जांच पड़ताल के लिए बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों का 6-9 तारीख दौरा करेंगे. मंगलवार से शुक्रवार तक रशीद मालदा और मुर्शिदाबाद में प्रभावित इलाकों में पीड़ितो से बातचीत करते हुए अपना दौरा पूरा करेंगे.
अपने यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए रशीद ने कहा की, "मैं मंगलवार से शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल में रहूंगा और चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच के लिए मालदा और मुर्शिदाबाद का दौरा करूंगा."
दौरा करते वक़्त हुआ था हमला
रशीद ने इससे पहले 29 जून को कोलकाता के जादवपुर इलाके में दौरा करते वक़्त हमले का शिकार होने का आरोप लगाया था. वह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के 7 सदस्यों की टीम में शामिल थे.
हालांकी दक्षिण उपनगरीय संभाग के पुलिस उपायुक्त राशिद मुनीर खान ने आफताब रशीद पर हुए हमले पर कहा की रशीद या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के किसी सदस्य ने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी.
कोलकाता हाई कोर्ट ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की चुनाव बाद हिंसा के प्राथमिक रिपोर्ट को देखते हुए कोलकाता हाई कोर्ट के 5 सदस्यों की बेंच ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा कि जादवपुर में अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष पर हमले पर कार्यवाही क्यों नहीं शुरू की गयी.
कोर्ट ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की जांच जुलाई तक बढ़ा दी है. चुनाव बाद हिंसा पर अगली सुनवाई 13 जुलाई को की जाएगी.
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