Jammu Kashmir Assembly Elections 2024: कांग्रेस के साथ अपनी सीटें साझा करने के पार्टी के फैसले पर नाराजगी जताते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के दो नेता चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. शबीर अहमद कुल्ले ने शोपियां से नामांकन दाखिल किया है, जबकि डॉ. गुलाम नबी भट ने त्राल विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया है. 


नामांकन दाखिल करने के बाद शबीर अहमद कुल्ले ने कहा कि पिछले चुनाव के बाद एनसी ने उनसे संपर्क किया था और वादा किया था कि अगले चुनाव में पार्टी उन्हें टिकट देगी. उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए संसदीय चुनाव के दौरान वह एनसी से अलग हो गए थे, लेकिन उस समय भी उन्हें जनादेश का वादा किया गया और इस तरह वह फिर से पार्टी में शामिल हो गए. 


वादे पर कायम नहीं पार्टी - शबीर अहमद कुल्ले


उन्होंने कहा कि चूंकि पार्टी अपने वादे पर कायम नहीं रह सकी, इसलिए उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, "मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है और नामांकन दाखिल किया है." 


पीडीपी को हो सकता है फायदा


2014 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले शब्बीर कुल्ले को करीब 12,000 वोट मिले थे, जबकि एनसी उम्मीदवार रफी अहमद को करीब 5,000 वोट मिले थे. इस बीच, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शब्बीर कुल्ले के निर्दलीय चुनाव लड़ने से अन्य पार्टियों, खासकर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को फायदा हो सकता है.


निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे पर पार्टी से इस्तीफा नहीं देंगे


एनसी निर्वाचन क्षेत्र त्राल के प्रभारी डॉ. गुलाम नबी भट ने कहा कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी से इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा, "यह हमारी पार्टी है, हमने इसके लिए बहुत कुर्बानियां दी हैं, लेकिन हम पार्टी के फैसले के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे."


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