NC Chief Farooq Abdullah: नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार (25 फरवरी) को बेंगलुरु में एक कार्यक्रम में कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा है, भारत का हिस्सा रहा है और हमेशा रहेगा.
'संविधान और राष्ट्रीय एकता सम्मेलन-2024' में समापन भाषण देते हुए श्रीनगर से लोकसभा सदस्य अब्दुल्ला ने आगामी आम चुनावों के मद्देनजर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बारे में चिंता व्यक्त की. उन्होंने यह भी उम्मीद जतायी कि निर्वाचन आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि चुनाव निष्पक्ष हो.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने कहा, ''मैं अपने लोगों की ओर से आपके लिए शुभकामनाएं लेकर आया हूं. उन्होंने कहा कि हालांकि, राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए इसकी विविधता को संरक्षित किए जाने की आवश्यकता है.
'विभाजित करने वाली कुरीतियों से लड़ने की जरूरत'
उन्होंने कहा, ''धर्म हमें विभाजित नहीं करता, धर्म हमें एकजुट करता है. ऐसा कोई धर्म नहीं है जो कि खराब है बल्कि हम लोग इसका गलत अनुसरण करते हैं. अगर हम आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता एक-दूसरे के साथ खड़ा होना, चुनौतियों का सामना करना है जिसका यह देश एक साथ सामना करता है, और उन कुरीतियों से लड़ना है जो हमें विभाजित करना चाहती हैं.''
'संविधान मजबूती को एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत'
नेकां अध्यक्ष फारूख ने यह दावा किया कि आज संविधान खतरे में है और संविधान को मजबूत रखने के लिए हर किसी को एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं करते हैं तो हमें आने वाले दिनों में इसका खेद होगा. जैसा कि आज हम इस मशीन (ईवीएम) पर खेद करते हैं जो कई साल पहले आयी थी.
'ईवीएम मशीन पर यकीन नहीं, छेड़छाड़ की गयी'
उन्होंने कहा, ''आज हम इस मशीन पर यकीन नहीं करते हैं क्योंकि इसमें छेड़छाड़ की गयी है और वोट देने वाले लोग यह नहीं जान पाते कि उनका वोट उसी प्रत्याशी को गया है जिसके सामने का उन्होंने बटन दबाया था. मैं उम्मीद करता हूं कि निर्वाचन आयोग इस पर ध्यान देगा और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेगा.''
'धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक चरित्र को 'हिंदुत्व राष्ट्र' में बदलने का प्रयास'
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक चरित्र को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से समर्थित फासीवादी 'हिंदुत्व राष्ट्र' में बदलने का प्रयास जारी है जिसका समाज 'मनुस्मृति' और जातिगत दमन तथा वर्गीकरण पर आधारित होगा.
'भारत बचाने को सभी देशभक्तों को आना होगा एक साथ'
येचुरी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) देश तथा संविधान को कथित तौर पर बर्बाद करने पर तुले हुए हैं और उन्हें पद से हटाया जाना चाहिए तथा पराजित किया जाना चाहिए. भारत को बचाने के लिए हमें इस अमृत काल को लोगों के अमृत काल में बदलना होगा. सभी भारतीय देशभक्तों को एक साथ आना होगा और हमारे देश, हमारे चरित्र, हमारे गौरव तथा हमारे व्यक्तित्व तथा समानता को बहाल करने के लिए लड़ना होगा.
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