अनुच्छेद 370 हटने के दो महीने बाद नजर आए फारूक अब्दुल्ला, NC के नेताओं ने इजाजत के बाद की मुलाकात
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला को करीब दो महीने से हिरासत में रखा गया है. आज दोनों नेताओं से नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद आज पहली बार जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस फारूक अब्दुल्ला कैमरे में कैद हुए. दरअसल, प्रशासन की तरफ से इजाजत मिलने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के 15 नेता फारूक के आवास पर पहुंचे थे, इसी दौरान फारूक नेताओं से बातचीत करते दिखे.
फारूक को पांच अगस्त से नजरबंद रखा गया है. 15 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने फारूक अब्दुल्ला के बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी मुलाकात की.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने मुलाकात के लिए राज्यपाल सत्यपाल मलिक से इजाजत मांगी थी. जिसे राज्यपाल ने मंजूर किया. फारूक अब्दुल्ला को उनके आवास में ही नजरबंद रखा गया है. जबकि उमर अब्दुल्ला को सरकारी गेस्ट हाउस में रखा गया है. इन दोनों नेताओं के साथ ही राज्य के अन्य मुख्यधारा के राजनेताओं को नजरबंद रखा गया है.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने संबंधी मोदी सरकार के फैसले को शनिवार को दो महीने पूरे हो गए. प्रशासन की तरफ से स्थिति सामान्य करने की कोशिश जारी है. इसी साल पांच अगस्त को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था और राज्य को दो हिस्सों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटकर दोनों को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया था.