J&K: फारूक अब्दुल्ला की पार्टी के विधायक ने विधानसभा में लगाए 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे
बांदीपोरा जिले के सोनावारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहम्मद अकबर लोन ने विधानसभा में उस वक्त पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए, जब सत्तारूढ़ बीजेपी के विधायक सुंजवां सैन्य शिविर पर आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तान-विरोधी नारे लगा रहे थे.
जम्मू: एक ओर फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान को नसीहत दे रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर उन्हीं की पार्टी के विधायक सदन में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा में फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के विधायक मोहम्मद अकबर लोन ने शनिवार को पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. एनसी विधायक ने यह नारा तब लगाया, जब सदन में जम्मू शहर के सुंजवां सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले को लेकर बहस चल रही थी.
बांदीपोरा जिले के सोनावारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहम्मद अकबर लोन ने विधानसभा में उस वक्त पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए, जब सत्तारूढ़ बीजेपी के विधायक सुंजवां सैन्य शिविर पर आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तान-विरोधी नारे लगा रहे थे. इस घटना के बाद सदन में शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई. अकबर लोन ने कहा कि ये मेरी निजी राय है, इससे किसी को क्या दिक्कत?
Yes, I said it. It is my personal view, I said it in the house and I don't think anyone should have a problem with it: National Conference MLA Akbar Lone on shouting 'Pakistan Zindabad' in J&K Assembly pic.twitter.com/JbiwNui0kj
— ANI (@ANI) February 10, 2018
एनसी प्रवक्ता जुनैद मट्ट ने तत्काल ट्वीट कर मामले को संभालने की कोशिश की. उन्होंने कहा, "जेकेएनसी के आदरणीय अध्यक्ष ने कहा है कि एनसी विधायक को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह उस पार्टी से आते हैं, जिसने द्विराष्ट्र के सिद्धांत को खारिज किया था और उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि उन्होंने अपने कार्यकाल के प्रारंभ में अल्लाह का नाम लेकर लिए गए शपथ को भी याद रखना चाहिए."
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आतंकवादी घटना पर दुख जताते हुए कहा, "सुंजवां में आज हुए आतंकी हमले से काफी व्यथित हूं. मेरी संवेदनाए घायलों और उनके परिजनों के साथ हैं."
एनसी के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी हमले की निंदा की और कहा, "जम्मू से मिली खबर और सुंजवान में मुठभेड़ काफी दुखद है. उम्मीद करता हूं कि यह मुठभेड़ बिना किसी सुरक्षा बल और उनके परिजनों के हताहत हुए समाप्त हो जाए."
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''जो हुआ है वो दर्दनाक है, कोई दिन नहीं होता है जब आतंकवादी हमला नहीं कर रहे हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि ये सब आतंकवादी पाकिस्तान से आ रहे हैं. अगर पाकिस्तान भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है तो उन्हें आतंकवाद बंद करना पड़ेगा.''