नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा, 'उमर अब्दुल्ला ने विरोध जताने के लिए बढ़ाई दाढ़ी'
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की हाल ही में एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें वो बढ़ी हुई दाढ़ी में नजर आ रहे थे. अब उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा है कि ऐसा उन्होंने अपना विरोध जताने के लिए किया था.
जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की हाल ही में एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें वो बढ़ी हुई दाढ़ी में नजर आ रहे थे. अब उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा है कि ऐसा उन्होंने अपना विरोध जताने के लिए किया था.
पार्टी के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा- मैं इसे पार्टी का मनोबल झुकाने वाली तस्वीर नहीं कहूंगा. हालांकि जम्मू कश्मीर और देश के लिए ये दुख की बात है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री को बिना किसी गुनाह केइस तरह के डिटेंशन में रखा जाए.
गौरतलब है कि उमर अब्दुल्ला की एक तस्वीर पिछले दिनों ट्विटर समेत पूरे इंटरनेट पर वायरल हुई थी जिसमें वो लंबी सफेद दाढ़ी में दिखाई दे रहे थे. इंटरनेट पर लोग इस पर हैरानी जता रहे थे क्योंकि ऐसा पहली बार है कि उन्हें ऐसी दाढ़ी में देखा गया है. अमूमन वे क्लीन शेव ही नजर आते हैं.
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उमर अब्दुल्ला तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अपने पिता फारुख अब्दुल्ला के साथ 5 अगस्त से नजरबंद हैं. सद्दाम हुसैन के साथ उनकी तस्वीर की तुलना किए जाने पर पार्टी प्रवक्ता ने कहा- उमर तस्वीर में हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं.
गिरिराज सिंह ने क्या था उमर पर तंज
हाल ही में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उमर अब्दुल्ला पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि कश्मीर से धारा 370 35a हटाया था. उस्तरा नहीं? ट्विटर पर इस कमेंट के लिए गिरिराज सिंह ने ममता बनर्जी के ट्वीट को कोट किया. इस ट्वीट में ममता बनर्जी ने उमर अब्दुल्ला की बढ़ी हुई दाढ़ी को लेकर दुख जताया था और कहा था कि मैं तो पहचान ही नहीं पायी. ममता बनर्जी ने ट्वीट किया था, ''मैं इस तस्वीर में उमर को पहचान नहीं सकी. मुझे दुख हो रहा है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह हमारे लोकतांत्रिक देश में हो रहा है. यह कब खत्म होगा?'
पिछले साल 5 अगस्त को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म कर दिया था और जम्मू-कश्मीर को दो भागों यानि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की घोषणा की थी. तभी से घाटी के कई वरिष्ठ नेता नजरबंद हैं. महबूबा अभी ट्रांसपोर्ट लेन स्थित एक सरकारी आवास में रह रहीं हैं. वहीं, फारूख अब्दुल्ला गुपकर रोड पर मौजूद एक सरकारी आवास पर नजरबंद हैं.
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