दिल्ली: कोरोना को आधार बनाकर भले ही विपक्षी राजनैतिक दल लगातार जेईई/नीट की परीक्षा को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हो. लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इसपर एक बार फिर अपना रुख साफ कर दिया है. देर रात राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए स्पष्ट किया कि जेईई (मेंस) की परीक्षा पूर्व निर्धारित तिथि के अनुसार 1 सितंबर से 6 सितंबर 2020 के बीच आयोजित की जाएगी जबकि नीट (यूजी) की परीक्षा 13 सितंबर 2020 को ही होगी.


यही नहीं एजेंसी ने राज्यवार परीक्षार्थियों की संख्या और उनके लिए निर्धारित किये गए केंद्रों का भी विवरण जारी किया है. इससे पहले सरकारी न्यूज चैनल डीडी न्यूज से बात करते हुए शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि अभिभावकों और छात्रों की मांग पर ही परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट भी मानता है कि एकेडमिक ईयर को बर्बाद नहीं किया जा सकता है, फिर भी हमारा मानना है कि पहले सुरक्षा फिर परीक्षा. इसलिए हम परीक्षा केंद्रों में कोरोना के खतरें को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी एहतियात बरत रहें हैं.


गौरतलब है कि ममता बनर्जी से लेकर असासुद्दीन ओवैसी, नवीन पटनायक और अन्य राजनैतिक दलों ने परीक्षा को आगे बढ़ाने की मांग की है. यही नहीं एनडीए के घटक दल एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी परीक्षा को आगे बढ़ाने की मांग की है. इसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिक्षा मंत्री को पत्र भी लिखा है. लेकिन मंत्रालय परीक्षा टालने के इरादे में नहीं है. दो दिन पहले मंत्रालय ने इस पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. लेकिन पिछले 24 घंटो में इसे लेकर विपक्षी दलों के आक्रमण के चलते मंगलवार देर रात फिर से मंत्रालय ने रिलीज जारी कर अपना रुख साफ कर दिया है.


यह भी पढ़ें.


पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर राहुल गांधी का हमला, बोले- ...जनता को लूटे सरकार खुलेआम


सोनू सूद ने NEET-JEE परीक्षाओं को टालने को लेकर किया ट्वीट, सरकार से की ये अपील