National Executive Committee meeting: बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक (National Executive Committee meeting) में इस बार योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने राजनैतिक प्रस्ताव पेश किया. यह उनके बीजेपी में बढ़ते राजनैतिक प्रभाव का संकेत है. दरअसल यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की गिनती अब पार्टी के टॉप तीन नेताओं में होती है. पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के साथ साथ अब योगी आदित्यनाथ का नाम भी इस लिस्ट में है. मालूम हो कि साल 2017 और 2018 की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में राजनाथ सिंह ने राजनैतिक प्रस्ताव रखा था.
मिली जानकारी के अनुसार पहले तो तय था कि योगी लखनऊ से ही वर्चूअल तरीके से अन्य मुख्यमंत्रियों की तरह मीटिंग में जुड़ेंगे. लेकिन आखिरी मौके पर प्लान बदल गया. उन्हें कार्यकारिणी की बैठक के लिए विशेष रूप से दिल्ली बुलाया गया. जिसमें उन्हें राजनैतिक प्रस्ताव पेश करने जैसी बड़ी जिम्मेदारी दी गई.
योगी आदित्यनाथ के बढ़ते राजनैतिक दबदबे को अमित शाह के उस बयान से जोड़ कर भी देखा जा सकता है जो उन्होंने लखनऊ में दिया था. बीजेपी के सदस्यता अभियान की शुरूआत करते हुए शाह ने कहा था कि 2022 में योगी की जीत ही 2024 में मोदी की जीत है. अमित शाह ने नरेन्द्र मोदी की जीत के रोज़मैरी को योगी से जोड़ दिया.
योगी की किस्मत को पीएम मोदी की किस्मत से जोड़ा
बता दें कि अगले साल की शुरूआत में यूपी में विधानसभा चुनाव होने वाले है. पार्टी ने योगी की किस्मत को पीएम मोदी की किस्मत से जोड़ दिया है. कहा जा रहा है कि ये रणनीति बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह की है. जिनके रहते पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव जीता. तब अमित शाह बीजेपी के महासचिव और यूपी के प्रभारी थे. पार्टी ने 2017 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बाज़ी मारी. उन दिनों शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे.
पीएम नरेन्द्र मोदी ने की योगी की खूब तारीफ
पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समापन भाषण में योगी आदित्यनाथ की खूब तारीफ की. बैठक में इस बात का भी जिक्र हुआ कि कोरोना की दूसरी लहर में कोविड से प्रभावित होने पर भी जिस तरह से योगी ने जिले जिले जाकर दौरा किया और फिर हालात सँभाले, वह काफी प्रशसनीय था. योगी आदित्यनाथ बीजेपी के स्टार प्रचारक रहे हैं. उनकी आक्रामक हिंदुत्व वाली छवि और नाथ संप्रदाय का मुखिया होना बीजेपी के लिए बोनस है. पार्टी उन्हें हर तरह के चुनाव में प्रचार के लिए आजमाती रही है. 2022 के यूपी चुनाव में योगी ही बीजेपी के लिए सीएम चेहरा घोषित किए गए हैं. इस बात का एलान खुद अमित शाह कर चुके हैं.
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