Har Ghar Tiranga: प्रधानमंत्री ने कहा कि तिरंगा देश के वस्त्र उद्योग, खादी और आत्म-निर्भरता का प्रतीक रहा है. सूरत ने इस क्षेत्र में एक आत्म-निर्भर भारत के लिए बुनियाद तैयार की है. गुजरात ने बापू (महात्मा गांधी) के रूप में देश के स्वतंत्रता संघर्ष का नेतृत्व किया. देश को लौह पुरुष सरदार पटेल जैसे व्यक्तित्व दिये. जिन्होंने आजादी के बाद ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की आधारशिला रखी.


पीएम मोदी ने कहा, "बारदोली सत्याग्रह और दांडी यात्रा ने जो संदेश दिया उससे पूरा देश संगठित हो गया था. हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने तिरंगे में देश का भविष्य देखाथा. उन्होंने इसे कभी किसी भी तरह इसे झुकने नहीं दिया. आज जब हम आजादी के 75 साल बाद नये भारत की यात्रा शुरू कर रहे हैं तो तिरंगा एकबार फिर भारत की एकता और चेतना को प्रतिबिंबित कर रहा है. गुजरात का हर कोना उत्साह से भरा है और सूरत ने इसके वैभव को और बढ़ाया है."


तिरंगा यात्रा में दिख रहा है लघु भारत


सूरत की तिरंगा यात्रा के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि इस यात्रा में लघु भारत दिखाई दे रहा है. समाज के हर वर्ग के लोग इसमें शामिल हैं. परिधान विक्रेता हैं, दुकानदार हैं, कोई शिल्पकार है, कोई सिलाई कढ़ाई का काम करता है, कोई परिवहन या आभूषण के काम में लगा है. पूरे वस्त्र उद्योग और सूरत की जनता ने इस आयोजन को भव्य बना दिया है.


हर घर तिरंगा अभियान की शक्ति और समर्पण का प्रतीक है


उन्होंने कहा कि देशभर में चल रहीं तिरंगा यात्रा ‘हर घर तिरंगा अभियान’ की शक्ति और समर्पण का प्रतीक है. 13 से 15 अगस्त तक भारत के हर घर में तिरंगा फहराया जाएगा. समाज के हर वर्ग, हर जाति और वर्ण के लोग स्वत: स्फूर्त एक ही पहचान के साथ आ रहे हैं. यह भारत के निष्ठावान नागरिक की पहचान है. इस अभियान में महिलाएं और पुरुष, युवा, बुजुर्ग और अन्य सभी अपनी भूमिकाएं निभा रहे हैं.


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