National Herald Case Update: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने आज दिल्ली (Delhi) स्थित नेशनल हेराल्ड के दफ्तर (National Herald Office) और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AGL) से जुड़े कई अन्य परिसरों सहित लगभग 12 स्थानों पर छापेमारी की.
जिसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं (Congress Workers) ने हाथों में तख्तियां और सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए दिल्ली के नेशलन हेराल्ड अखबार के बाहर बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए. कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को प्रतिशोध की राजनीति करार दिया.
सरकार पर असल मुद्दों से भटकाने का लगाया आरोप
कांग्रेस ने ईडी की छापेमारी का विरोध करते हुए कहा कि वह केंद्र सरकार के इस तरह के कदमों से झुकने और डरने वाली नहीं है तथा महंगाई एवं बेरोजगारी को लेकर आवाज बुलंद करती रहेगी. मुख्य विपक्षी दल ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार असल मुद्दों से ध्यान भटकाने और कांग्रेस की छवि खराब करने के मकसद से यह सब कर रही है. सूत्रों का कहना है कि ईडी छापेमारी के बाद मामले से जुड़ी संपत्तियों को कुर्क कर सकती है.
सवाल पूछने वालों को अपमानित और डरा रही सरकार
कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि महंगाई और बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों पर विपक्ष के सवालों ने सरकार को बैकफुट पर ला दिया है. पार्टी ने कहा कि वे देश के लोगों को जवाब देने में असमर्थ हैं इसलिए वे असहज सवाल पूछने वालों को अपमानित करने और ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं.
कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए साधा निशाना
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘हेराल्ड हाउस पर छापेमारी भारत के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर लगातार हो रहे हमले का हिस्सा है. हम उन सभी लोगों के खिलाफ की जा रही प्रतिशोध की राजनीति की कड़ी निंदा करते हैं, जो मोदी सरकार के खिलाफ बोलते हैं. आप हमें चुप नहीं करा सकते.’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘ईडी द्वारा ‘हेराल्ड हाउस’ पर छापेमारी केन्द्र सरकार की बौखलाहट का प्रतीक है. सोनिया गांधी जी एवं राहुल गांधी जी को पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित करने के बाद ईडी अब अपना चेहरा बचाने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है.’’
ईडी 12 जगहों पर मार रही छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत कांग्रेस के स्वामित्व वाले ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार के मुख्यालय सहित यहां 12 स्थानों पर मंगलवार को छापा मारा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन (निवारण) अधिनियम (PMLA) की आपराधिक धाराओं के तहत छापे मारे जा रहे हैं, ताकि यह पता लगाने के लिये अतिरिक्त सबूत एकत्र किए जा सकें कि धन का लेन-देन किसके बीच हुआ. ईडी ने इस मामले में हाल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी तथा कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं से पूछताछ की थी.
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