Congress Protest: नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी से सोमवार को साढ़े दस घंटे की लंबी पूछताछ के बाद आज दूसरे दिन भी उनसे केन्द्रीय जांच एजेंसी सवाल-जवाब कर रही है. इधर, राहुल गांधी के पार्टी ऑफिस से ईडी दफ्तर के लिए निकलते वक्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारी प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस पार्टी के नेता रणदीप सुरजेवाला समेत कई कार्यकर्ताओं को अपनी हिरासत में ले लिया है और उन्हें बस में भरकर दूसरी जगहों पर ले जाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, कुछ कार्यकर्ताओं को मंदिर मार्ग थाने ले जाया जा रहा है तो वहीं कुछ नेताओं को तुगलक रोड थाने लेकर जाने की खबर है.
इस बीच, कांग्रेस ऑफिस के आसपास धारा 144 लगा दी गई है. रणदीप सुरजेवाला ने हिरासत में लिए जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए केन्द्र सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को घसीटा जा रहा है. पूर्व गृह मंत्री की हड्डी तोड़ दी गई. इससे पहले, कांग्रेस ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए मंगलवार को दावा किया कि सरकार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष से परेशानी इसलिए है कि उन्होंने किसानों, नौजवानों, मजदूरों की आवाज उठाई तथा कोरोना संकट एवं सीमा पर चीन की आक्रमकता को लेकर मोदी सरकार को घेरा.
बीजेपी के निशाने पर कांग्रेस ही क्यों?
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब कोई प्राथमिकी ही दर्ज नहीं है तो फिर पूछताछ के लिए कैसे बुलाया जा सकता है. यह पूरी कार्रवाई असंवैधानिक और प्रतिशोध की राजनीति से प्रेरित है.’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘आखि़र भाजपा के निशाने पर राहुल गांधी और कांग्रेस ही क्यों? क्या ईडी की कार्रवाई जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज़ को दबाने का षडयंत्र है?’’ सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘जब चीन ने हमारे देश की सरज़मीं पर जबरन कब्ज़ा किया और हमारे जवान शहीद हुए, तो देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘न कोई घुसा है, न कोई आया है’. उस समय राहुल गांधी ने सरकार को इस झूठ पर घेरा और शहीद जवानों के लिए आवाज़ उठाई. इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.’’
राहुल पर एक्शन को लेकर सवाल
उन्होंने कहा, ‘‘महंगाई से हो रही जनता की बदहाली पर राहुल गांधी ने लगातार सरकार को घेरा. पेट्रोल-डीज़ल हो, रसोई गैस हो, खाने-पीने का सामान हो, उन्होंने लगातार देश के मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा, गरीबों, छोटे दुकानदारों, छोटे व्यापारियों के पक्ष में जोरदार आवाज़ उठाई. इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.’’
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, ‘‘डूबती अर्थव्यवस्था और गिरते रुपये को लेकर, एमएसएमई की बदहाली को लेकर, छिनती नौकरियों को लेकर, चौतरफा बेरोजगारी को लेकर, युवाओं के गुस्से को लेकर राहुल गांधी ने लगातार आवाज़ उठाई। इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.’’ उनके अनुसार, ‘‘कोरोना में जब सरकार ने अपनी ज़िम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया, उस समय राहुल गांधी ने न केवल सरकार को चेताया, बल्कि सरकार को देर से ही सही, कदम उठाने के लिए मजबूर किया। इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.’’
सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने देश के अन्नदाता की आवाज़ उठाई और तीन ‘‘काले कानूनों’’ को वापस लेने के लिए मोदी सरकार को मजबूर कर दिया इसलिए उनसे इस सरकार को परेशानी है. उन्होंने दावा किया, ‘‘देश में नफ़रत के माहौल के खिलाफ़ और भाईचारे व अनेकता में एकता के विचार के लिए एकमात्र आवाज़ जिसने सरकार की आंख में आंख डालकर कहा कि नफ़रत से देश का भला नहीं होगा, वह राहुल गांधी हैं. इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.’’