दिल्ली: नेशनल हेराल्ड मामले की सुनवाई कर रही दिल्ली की एक अदालत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस ने शनिवार को कहा कि शिकायतकर्ता बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी उनकी छवि को खराब करने और पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.


स्वामी ने एक आवेदन पेश किया था जिसमें आरोप लगाया गया है कि इस मामले के संबंध में आयकर विभाग ने हाल में यंग इंडिया प्रालि पर 414 करोड़ रूपये का जुर्माना लगाया है. इसके जवाब में इन दो नेताओं के अलावा सुमन दुबे और सेम पित्रोदा ने भी अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के समक्ष अपना पक्ष रखा.


 राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी हैं मामले में पक्ष


इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी भी पक्ष हैं. हालांकि उन्होंने स्वामी के आवेदन पर कोई जवाब दाखिल नहीं किया. स्वामी की अर्जी में कहा गया है कि मामले में उनकी शिकायत पर गौर करते हुए आयकर विभाग ने यंग इंडिया प्रालि समेत आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू की है. उक्त कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी मुख्य हिस्सेदार हैं.


स्वामी ने अपनी निजी आपराधिक शिकायत में गांधी और दूसरे पर 50 लाख रूपये का भुगतान कर गबन करने और धोखाधड़ी की साजिश रचने का आरोप लगाया है, जिसके जरिए यंग इंडिया को वह 90.25 करोड़ रूपये वसूल करने का अधिकार मिल गया जो एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड को कांग्रेस को देने थे.


स्वामी सुनवाई के निष्कर्ष को प्रभावित करने की मंशा- कांग्रेस नेता


आरोपियों ने अपने जवाब में स्वामी पर आरोप लगाया कि वह निरंतर बड़बोले प्रचार में जुटे हैं जो न्याय के शासन में दखल देने के बराबर है. उन्होंने कहा, ‘हर बार सुनवाई से पहले और बाद में वह ट्वीट करके या मीडिया में बयान देकर शत्रुतापूर्ण प्रचार करते हैं. शिकायतकर्ता की ओर से ऐसा करने के पीछे मीडिया की दखल के जरिए वर्तमान सुनवाई के निष्कर्ष को प्रभावित करने की मंशा है’.