NHRC To Kerala Government: केरल (Kerala) में नरबलि (Human Sacrifice) मामले को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) सख्त हो गया है. आयोग ने राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने कहा है कि मीडिया में आई खबरों का खुद से संज्ञान लिया है कि एक तांत्रिक ने दंपति की आर्थिक तंगी दूर करने के लिए दो महिलाओं की कथित तौर पर बलि दे दी. दोनों महिलाओं के लापता होने की सूचना पुलिस को दी गई थी.
आयोग का कहना है कि इस सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं की उम्मीद नहीं की जा सकती है, जहां कानून के डर के बिना अनुष्ठान के नाम पर किसी इंसान की हत्या कर दी जाती है. आयोग ने कहा है कि दोनों महिलाओं के जीवन अधिकार का गंभीर रूप से उल्लंघन किया गया है. आयोग ने कहा कि राज्य, अपने नागरिकों का संरक्षक होने के नाते, उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है और उन्हें इस तरह की कुप्रथाओं से बचाने के अपने दायित्व से इनकार नहीं कर सकता है.
4 सप्ताह में मांगी रिपोर्ट
आयोग ने केरल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर इस मामले में चार सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है, जिसमें जांच की स्थिति और मृतकों के परिवारों को मुआवजा के संबंध में बताने को कहा गया है. मीडिया की खबरों के अनुसार, पुलिस को सूचना दी गई थी कि दोनों महिलाओं में से एक 6 जून को लापता हो गई थी, जबकि दूसरी महिला 26 सितंबर को लापता हुई थी.
क्या है मामला?
बता दें कि केरल के पतनमतिट्टा जिले के एलंथूर में दो महिलाओं अन्य जगहों से बुलाकर उनकी बलि दे दी थी. एक महिला जून तो दूसरी सितंबर में लापता हुई थी. इनकी 24 घंटे के भीतर बलि दे गई थी. शवों के टुकड़े-टुकड़े कर घर में ही दबा दिए गए थे. आरोपियों ने कुछ मानव अंग कच्चे तो कुछ पकाकर खाए भी थे. फिलहाल तीनों आरोपियों को एर्नाकुलम की अदालत ने पुलिस रिमांड पर सौंप रखा है.
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