NIA Raids: टेरर फंडिंग मामले को लेकर देशभर में NIA और ईडी की छापेमारी चल रही है. इसी बीच दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां से पीएफआई के अध्यक्ष परवेज और उनके भाई को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा पीएफआई के राष्ट्रीय सचिव वीपी नजरुद्दीन को भी हिरासत में लिया गया है. बताया गया है कि एनआईए की टीम इन्हें अपने साथ लेकर गई है. देश के 10 राज्यों में NIA छापेमारी कर रही है. इस दौरान 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है. 


NIA की सबसे बड़ी छापेमारी 
अधिकारियों की तरफ से बताया गया कि छापेमारी के दौरान एनआईए और ईडी ने आतंकियों का कथित तौर पर समर्थन करने के आरोप में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के लगभग 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी मुख्यत: दक्षिण भारत में की जा रही है और एनआईए ने इसे ‘अब तक का सबसे बड़ा जांच अभियान’ करार दिया है. एनआईए ने कहा कि आतंकवदियों को कथित तौर पर धन मुहैया कराने, उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करने और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ने के लिए बरगलाने में शामिल लोगों के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं.


अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी दस राज्यों में की जा रही है और इस दौरान पीएफआई के बड़े नेताओं सहित लगभग 100 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा चुका है. पीएफआई ने एक बयान जारी कर कहा, “पीएफआई के राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और स्थानीय नेताओं के घरों पर छापेमारी की जा रही है. राज्य समिति कार्यालय पर भी छापे मारे जा रहे हैं.” आंध्र प्रदेश से 5, असम से 9, दिल्ली से 3, कर्नाटक से 20, केरल से 22, एमपी से 4 और महाराष्ट्र से 20 गिरफ्तारी हुई है. 


मध्य प्रदेश के इंदौर और उज्जैन में भी एनआईए की रेड हुई है, जिसमें पीएफआई के मध्य प्रदेश के स्टेट लीडर्स को हिरासत में लिया गया है. इसमें 4 लीडर्स को मध्य प्रदेश के उज्जैन और इंदौर से एनआईए ने हिरासत में लिया है. मध्य प्रदेश के ठिकानों से टेरर फंडिंग का हिसाब किताब और साहित्य बरामद हुआ है. 


महाराष्ट्र में एटीएस की रेड
महाराष्ट्र एटीएस ने भी पीएफआई के खिलाफ चार अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं. महाराष्ट्र एटीएस की भी रेड आज पूरे राज्य में चल रही है, जिसमें औरंगाबाद, बीड़, परभणी पर्व, मालेगांव, मुंबई और नवी मुंबई शामिल है. एटीएस के मुताबिक 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है. मालेगांव से मौलाना सैफुर रहमान को हिरासत में लिया गया है. सैफुर रहमान PFI का नासिक डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट है.


इस छापेमारी को लेकर पीएफआई ने कहा, “हम विरोध की आवाज को दबाने के लिए फासीवादी शासन द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किए जाने का कड़ा विरोध करते हैं.” फिलहाल पीएफआई के नेताओं और सदस्यों की गिरफ्तारी का दौर जारी है. 


ये भी पढ़ें - 


75 साल में 41 साल गांधी-नेहरू परिवार, सीताराम केसरी समेत 13 बाहरी अध्यक्ष... कुछ ऐसा रहा आजादी के बाद कांग्रेस का सफर


सोनिया के बाद अब राहुल से मिलकर मनाने की आखिरी कोशिश करेंगे गहलोत, अध्यक्ष पद के चुनाव पर अब भी सस्पेंस, 10 बड़ी बातें