NIA Forzen Khalistani Terrorist Property: देश में नार्को-टेरर गुर्गों की कम तोड़ने की दिशा में काम करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जललाबाद विस्फोट मामले में खालिस्तानी आतंकी हबीब खान और लखवीर सिंह की संपत्ति जब्त की है.
ये आतंकी पाकिस्तान से देश में आतंक फैलाने का काम कर रहे थे. इन लोगों की अचल संपत्ति को जब्त किया गया है. इसके साथ ही पंजाब के सदर फजिल्का थाने के तहत आने वाले गांव महातम नगर का रहने वाले सूरत सिंह उर्फ सुरती की भी संपत्ति जब्त की गई है. एजेंसी ने ये कदम एनडीपीएस अधिनियम 1985 के प्रावधानों के तहत उठाया.
जब्त की गई संपत्ति का कुल क्षेत्रफल 13 कनाल 12 मरला और 5 सरसाई है. मामले में सूरत सिंह, पाकिस्तान आधारित ड्रग्स और हथियार तस्कर हबीब खान उर्फ डॉक्टर और आतंकवादी लखवीर सिंह उर्फ रोडे इस मामले में नौ आरोपियों में से एक हैं. जलाबाबाद विस्फोट मामले में बाइक अटैकर मारा गया था.
एनआईए की जांच में क्या खुलासा हुआ?
एनआईए की जांच से पता चला है कि डॉक्टर और रोडे ने भारत में सूरत सिंह और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पंजाब में आईईडी विस्फोट करने और क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए नार्को-आतंकवादी रैकेट संचालित करने के उद्देश्य से एक आतंकवादी गिरोह बनाया था. सूरत सिंह की पहचान आतंकी नेटवर्क में एक प्रमुख एजेंट के रूप में की गई है, जो पाकिस्तान से नशीले पदार्थों, विस्फोटकों, हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी में शामिल है.
एनआईए के मुताबिक, उसने नार्को-टेरर नेटवर्क के ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) के रूप में आतंकवादी गतिविधियों के लॉजिस्टिक और वित्तीय पहलुओं को सुविधाजनक बनाने के लिए फर्जी आईडी और वर्चुअल नंबरों के साथ-साथ व्हाट्सएप जैसे एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन चैनलों का इस्तेमाल किया. साथ ही अन्य आरोपी व्यक्तियों के साथ मिलकर, उसने पाक-आधारित आकाओं के निर्देशों पर आपराधिक साजिशों को अंजाम देने के लिए मदद भी की थी.
बजाज प्लेटिना बाइक में हुआ था घातक विस्फोट
जलालाबाद में बजाज प्लेटिना बाइक में हुए घातक विस्फोट के एक दिन बाद 16 सितंबर 2021 को पंजाब के फाजिल्का के पुलिस स्टेशन सिटी जलालाबाद में विस्फोटक अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत मामला शुरू में दर्ज किया गया था. इसके बाद एनआईए ने 1 अक्टूबर 2021 को मामला अपने हाथ में ले लिया और मामले को आरसी 24-2021/एनआईए/डीएलआई के रूप में फिर से दर्ज किया. एनआईए की जांच और नार्को-आतंकवादियों के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने की कोशिशें जारी हैं.