NIA Raids in Jammu kashmir: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए छापेमारी कर रही है. जम्मू के कठुआ डिस्ट्रिक्ट में नार्को टेररिज्म और टेरर फंडिंग को लेकर छापेमारी हुई है, जिसमें उन लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है जो सीमा पार से ड्रग्स तस्करी के जरिये फंड इकट्ठा कर उसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में कर रहे हैं. आज (24 दिसंबर) चंडीगढ़ में भी एनआईए ने छापा मारा है.


जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों और सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाकर आतंकी गतिविधियों को फैलाने में शामिल लोगों के खिलाफ 14 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन के एक दिन के बाद, एनआईए ने आज छापेमारी की है. शुक्रवार को चलाए गए तलाशी अभियान में कुलगाम, पुलवामा, अनंतनाग, सोपोर और जम्मू जिलों में स्थानों को कवर किया गया था. बताया गया है कि तलाशी वाले स्‍थानों से विभिन्न प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री जैसे कि डिजिटल डिवाइस, सिम कार्ड और डिजिटल स्टोरेज डिवाइस आदि जब्त की गई है. 


तलाशी में एनआईए को मिले कई डिजिटल डिवाइस


अधिकारियों ने बताया कि यह मामला केंद्र शासित प्रदेश (UT) में आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों वाली आपराधिक साजिश से संबंधित है, जो विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों, उनके सहयोगियों, ऑफ-शूट के कैडरों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओडब्ल्यूजी) की ओर से विभिन्न छद्म रूपों में सक्रिय हैं. उनकी गतिविधियों में पाकिस्तानी कमांडरों और उनके संचालकों की बड़ी भूमिका होती है. एनआईए की ओर से कहा गया, "वे जम्मू-कश्मीर में साइबर स्पेस का इस्तेमाल कर आतंकवादी हमले करने, अल्पसंख्यकों-सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने और सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने में शामिल हैं."


जून 2014 में दर्ज किया गया था मामला 


एनआईए के अनुसार, इस मामले में एक शिकायत 21 जून 2022 को दर्ज की गई थी. उसी पर आगे बढ़ते हुए जम्मू में एनआईए की टीम ने प्रेम नगर क्रिश्चियन कॉलोनी के एक मकान पर छापा मारा, जहां से कुलगाम के मिरहामा निवासी किफायत अहमद इट्टू को दबोचा गया. अहमद से पीर मिट्ठा थाने में पूछताछ की गई, जिसके बाद कुछ और सुराग हाथ लगे. अभी जिन जगहों पर छापा मारा गया है, वहां कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी.


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