नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने आतंकवादी संगठन आईएसआईएस की शह पर बनाये गए उसके बैंगलोर माड्यूल अल हिंद के कथित आतंकी खालिद उर्फ राजेश के खिलाफ पूरक आरोप पत्र बेंगलुरु की विशेष अदालत के सामने पेश किया है. आरोप है कि आईएसआईएस की शह पर बने इस संगठन ने युवाओं को इस संगठन में भर्ती करने का काम शुरू किया था. साथ ही इन लोगों की साजिश कुछ पुलिस अधिकारियों और हिंदू नेताओं की हत्या करने की थी.
एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया बेंगलुरु के एक पुलिस थाने में 10 जनवरी 2020 को एक एफआईआर दर्ज की गई थी. इस एफआईआर में कर्नाटक निवासी महबूब पाशा और 16 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया था. एफआईआर में आरोप था कि इन लोगों ने ख्वाजा मोइनुद्दीन उर्फ जलाल के साथ मिलकर तमिलनाडु में आतंकवाद फैलाने के लिए हिंदू नेताओं की हत्या की साजिश रची थी. इस साजिश के पीछे आतंकी संगठन आईएसआईएस के हैडलरों का हाथ बताया गया था क्योंकि यह लोग आईएसआईएस के लोगों के संपर्क में थे.
जांच एजेंसी के मुताबिक इन लोगों ने दक्षिण भारत में बेंगलुरु को अपना अड्डा बनाने की कोशिश शुरू की थी. इस कोशिश के तहत इन लोगों ने दक्षिण भारत के युवा मुसलमानों को बरगला कर उन्हें आईएसआईएस में शामिल कराने की साजिश भी रखी थी. साथ ही इस बाबत आरोपियों ने अनेक बैठकें भी की थी. बेंगलुरु पुलिस के बाद यह मामला जांच के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को सौंप दिया गया और एनआईए ने इस मामले में साल 2020 में अपने यहां मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की.
2019 से इस साजिश को लेकर अनेक बैठके की
इस जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने अप्रैल 2019 से ही इस साजिश को लेकर अनेक बैठके की थी. इन लोगों की कोशिश थी कि भारत के बाहरी शहरों से जहां से भी संभव हो सके विस्फोटक और हथियार कर्नाटक लाया जाए और उनके जरिए आतंकी साजिश रची जाए. यह भी आरोप है कि इन लोगों ने मुंबई से भी कुछ हथियार और विस्फोटक मंगाये थे.
एनआईए को जांच के दौरान पता चला कि आरोपी आतंकवादी संगठन आईएसआईएस की विचारधारा का लगातार प्रचार कर रहे थे और युवा मुसलमानों को गुमराह कर उन्हें भर्ती भी कर रहे थे. जांच के दौरान यह भी पता चला कि मुंबई से जो हथियार और विस्फोटक लाए गए थे उनका प्रयोग तमिलनाडु पुलिस के एसएसआई विल्सन की हत्या में भी किया गया था. एनआईए के मुताबिक इस मामले में खालिद उर्फ राजेश इस बड़ी साजिश का महत्वपूर्ण हिस्सा था.
एनआईए ने इस मामले में आज पूरक आरोप पत्र पेश कर दिया है मामले के अन्य पहलुओं की जांच अभी भी जारी है. एन आई ए इस मामले में एक आरोपपत्र पहले भी पेश कर चुका है.
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