NSA Ajit Doval: जानिए खुफिया रास्तों के राही NSA अजित डोभाल के बारे में 10 बातें जो उन्हें बनाती हैं जासूसी दुनिया का सिकंदर
NSA Ajit Doval: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में अजित डोभाल को NSA के तौर पर तीसरी बार नियुक्त किया गयाृ है. विस्तार से पहले भी वे 10 साल के कार्यकाल के साथ सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले एनएसए हैं.
National Security Advisor Ajit Doval: मोदी सरकार ने गुरुवार (13, जून) को अजित डोभाल को लगातार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया. आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि उनकी नियुक्ति अगले आदेश तक रहेगी. NSA के रूप में उनकी नियुक्ति 10 जून 2024 से प्रभावी होगी. डोभाल को उनके कार्यकाल के दौरान वरीयता के अनुसार कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा. ऐसे में यह जानना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि आखिर अजित डोभाल को लगातार तीसरी बार NSA क्यों नियुक्त किया गया है.
दरअसल, मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में अजित डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर तीसरी बार नियुक्त किया गयाृ है. विस्तार से पहले भी वे 10 साल के कार्यकाल के साथ सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले एनएसए हैं. उनका पिछला कार्यकाल 5 जून को यानी लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के एक दिन बाद समाप्त हुआ था. उन्होंने पिछले कुछ सालों में भारत के NSA के रूप में अहम भूमिका निभाई है.
अजित डोभाल से जुड़ी खास बातें
- अजित डोभाल केरल कैडर के 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. अजित डोभाल भारत के दूसरे सबसे बड़े शांतिकालीन वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र से सम्मानित होने वाले पहले पुलिस अधिकारी हैं.
- अजित डोभाल ने छह सालों तक पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग में सेवा की.
- अजित डोभाल 1999 के कंधार विमान हाईजैक में एयर इंडिया की उड़ान IC-814 के यात्रियों की रिहाई के लिए वार्ताकार थे.
- इसके अलावा डोभाल ने 1988 में खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ब्लैक थंडर में भी हिस्सा लिया था.
- अजित डोभाल ने इंटेलिजेंस ब्यूरो के डायरेक्टर के रूप में 2004 और 2005 के बीच कार्य किया.
- 2016 में भारतीय सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक भी डोभाल की नीति का हिस्सा माना जाता है. बताया जाता है कि वह उन चुनिंदा लोगों में से एक थे, जिन्हें इस बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में पता था.
- इसके अलावा NSA के अपने पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने 546 भारतीय नर्सों की वापसी में मदद की थी, जो आईएसआईएस के मोसुल पर कब्जा करने के बाद इराक में फंस गई थीं.
- इसके साथ ही अजित डोभाल को म्यांमार से संचालित नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड के अलगाववादियों के खिलाफ एक सैन्य अभियान का भी क्रेडिट दिया जाता है.
- NSA अजित डोभाल भारत-चीन डोकलाम गतिरोध को सुलझाने में शामिल महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक थे.
यह भी पढ़ें- NSA Ajit Doval: लगातार तीसरी बार NSA बनाए गए अजित डोभाल, पीएम मोदी के प्रधान सचिव पद पर बने रहेंगे पीके मिश्रा