SCO NSA Meeting: 'अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा...', SCO बैठक में अजित डोभाल में आतंकवाद पर कही ये बात
SCO NSA Meeting: शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) 2001 में स्थापित एक इंटर गवर्नमेंटल ऑर्गनाइजेशन है. शंघाई सहयोग संगठन में आठ सदस्य देश शामिल हैं.
SCO NSA Meeting: शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और शीर्ष अधिकारियों के साथ भारत ने बुधवार 29 मार्च को बैठक की. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (Ajit Doval) ने आतंकवाद की निंदा की. साथ ही उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी तरह का आतंकवाद खतरा है.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि सभी देशों को आतंकवाद से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों सहित काउंटर टेररिज्म प्रोटोकॉल के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करना है. उन्होंने कहा कि वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य हाल के वर्षों में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. अजित डोभाल ने बताया कि चुनौतियों की वजह से शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन भी प्रभावित हुआ है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बैठक में शामिल सदस्य देशों को एक दूसरे की एकता, अखंडता और सीमाओं का सम्मान होना चाहिए.
#WATCH | The meeting of the National Security Advisors (NSA) of the Shanghai Cooperation Organization (SCO) is underway in Delhi. pic.twitter.com/hDaVCOs0Sy
— ANI (@ANI) March 29, 2023
क्या है शंघाई सहयोग संगठन?
रूस से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक रूस के सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पातृशेव ने भी बैठक में हिस्सा लिया. भारत और रूस के रिश्तों पर चीन और रूस की बढ़ती नजदीकियों से असर पड़ सकता है. शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) 2001 में स्थापित एक इंटर गवर्नमेंटल ऑर्गनाइजेशन है.
शंघाई सहयोग संगठन में आठ सदस्य देश चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, भारत, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, रूस, और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. 2023 के लिए भारत ने पिछले साल शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता ग्रहण की थी. पाकिस्तान ने काशी में आयोजित इस महीने की शुरुआत शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) पर्यटन प्रशासन के प्रमुखों की बैठक में भी भाग लिया था. एससीओ शिखर सम्मेलन इस साल गोवा में होने वाला है. जिसके लिए भारत कई एक्टिविटी को होस्ट कर रहा है.