नई दिल्ली: देश हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाता है. यह दिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि दी और प्रतिभाशाली एथलीटों के लिए परिवारों और कोच की सराहना भी की है.


पीएम मोदी ने अपने ट्विटर पर लिखा, "भारत सरकार खेल को लोकप्रिय बनाने और भारत में खेल प्रतिभाओं को समर्थन देने के लिए कई प्रयास कर रही है. मैं सभी से खेल और फिटनेस को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का आग्रह करता हूं. ऐसा करने के कई फायदे हैं. हर कोई खुश और स्वस्थ हो सकता है!"





पीएम ने आगे कहा, "आज राष्ट्रीय खेल दिवस पर हम मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देते हैं, जिनकी हॉकी स्टिक का जादू कभी नहीं भुलाया जा सकता. आज हमारे प्रतिभाशाली एथलीटों की सफलता के लिए परिवारों, कोचों और सहयोगी कर्मचारियों द्वारा दिए गए उत्कृष्ट समर्थन की सराहना करने का भी दिन है. राष्ट्रीय खेल दिवस उन सभी खिलाड़ियों की उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन है, जिन्होंने विभिन्न खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और हमारे राष्ट्र को गौरवान्वित किया है."


क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय खेल दिवस
मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहा जाता है. उनका जन्म 29 अगस्त 1905 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में एक राजपूत परिवार में हुआ था. उन्हें हॉकी के सबसे महान खिलाड़ी के तौर पर याद किया जाता है. उनको हॉकी का जादूगर कहने के पीछे का कारण उनका मैदान पर प्रदर्शन है. उन्होंने साल 1928, 1932 और 1936 में तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते.


इस खिलाड़ी की कामयाबी का किस्सा यहीं नहीं खत्म होता. ध्यानचंद ने अपने करियर में 400 से अधिक गोल किए. भारत सरकार ने ध्यानचंद को 1956 में देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया. इसलिए उनके जन्मदिन यानी 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.


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