National Unity Day 2021: राष्ट्रीय एकता दिवस का क्या है इतिहास और सरदार पटेल की जयंती पर ये क्यों मनाया जाता है? जानिए सब कुछ
National Unity Day 2021: 31 अक्टूबर को भारत के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है. हर साल इस दिन को नेशनल यूनिटी डे या राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है.
National Unity Day 2021: 31 अक्टूबर को भारत के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है. हर साल इस दिन को नेशनल यूनिटी डे या राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस साल सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती है. दरअसल, सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 560 रियासतों को भारत संघ में एकीकृत करने में अहम भूमिका निभाई थी. राष्ट्र को एकजुट करने के लिए सरदार पटेल के किए प्रयासों को स्वीकार करने के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है.
राष्ट्रीय एकता की दिशा में उनके प्रयासों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को 'भारत के लौह पुरुष' के रूप में संदर्भित किया है. वल्लभ भाई पटेल के योगदान का सम्मान करने के लिए हर साल 31 अक्टूबर को कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. केंद्र की मोदी सरकार ने 2014 में 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था.
गृह मंत्री मुख्य अतिथि के तौर पर करेंगे शिरकत
इस साल गुजरात के नर्मदा जिले के केवडिया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक रिकॉर्डेड वीडियो संदेश के माध्यम से समारोह को संबोधित करेंगे, क्योंकि जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वह इटली में हैं.
स्टैच्यू आफ यूनिटी का अनावरण 2018 में किया गया था. सरदार पटेल की यह प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है और यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है. मोदी ने 2020 तक तीनों कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, लेकिन इस साल वह इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अथॉरिटी के एक अधिकारी ने बताया कि शाह दिन की शुरुआत में प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर करेंगे और फिर एक परेड की सलामी लेंगे, जिसमें अर्द्धसैनिक बल और गुजरात पुलिस के जवान हिस्सा लेंगे.
आईटीबीपी, एसएसबी, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ और बीएसएफ के 75 साइकिल चालक और त्रिपुरा, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर एवं गुजरात के पुलिस बलों के 101 मोटरसाइकिल चालक भी इस परेड में हिस्सा लेंगे. साइकिल चालक जवानों ने देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 9,000 किलोमीटर की जबकि मोटरसाइिकल सवारों ने 9,200 किलोमीटर की दूरी तय की है. बयान में कहा गया है, "ओलंपिक, एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में तेईस पदक विजेता भी इसमें भाग लेंगे. परेड में आईटीबीपी और गुजरात पुलिस का एक संयुक्त बैंड होगा."
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