Navaratri 2024: नवरात्रि से पहले इस साल होने वाले गरबा इवेंट्स में गैर-हिंदुओं की एंट्री के मुद्दे को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बड़ा मुद्दा बनाया है. मंगलवार (एक अक्टूबर, 2024) को विहिप की ओर से मांग उठाई गई कि गैर-हिंदुओं को गरबा में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. चूंकि, यह पूजा का हिस्सा ही है लिहाजा इन इवेंट्स में उन खास मानसिकता वालों को नहीं जाने देना चाहिए जो हमारी बहनों के लिए परेशानी का सबब बन जाते हैं.


न्यूज एजेंसी 'पीटीआई' से बातचीत के दौरान विहिप के महाराष्ट्र-गोवा प्रांत सचिव गोविंद शेंडे ने गरबा कार्यक्रम आयोजकों से इस बारे में अपील की कि वे गैर-हिंदुओं को समारोह में भाग लेने की अनुमति न दें. नवरात्रि उत्सव में गरबा नृत्य कार्यक्रमों में आधार कार्ड की जांच के बाद ही एंट्री दी जानी चाहिए.


गरबा पूजा का एक रूप है- विहिप पदाधिकारी


मीडिया से बातचीत के दौरान गोविंद शेंडे ने बताया कि विहिप कई साल से मांग कर रही है कि जिस व्यक्ति की देवी में आस्था नहीं है, उसे गरबा कार्यक्रमों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. नौ दिन का नवरात्रि उत्सव तीन अक्टूबर से शुरू हो रहा है. गरबा पूजा का एक रूप है, न कि केवल नृत्य कार्यक्रम या सांस्कृतिक कार्यक्रम. 


"एंट्री के दौरान देवी दुर्गा के आगे सिर झुकवाएं"


गोविंद शेंडे के मुताबिक, "जिन लोगों की देवी भगवती में आस्था नहीं है, उन्हें ऐसे कार्यक्रमों में नहीं जाना चाहिए. वे एक खास मानसिकता के साथ वहां जाते हैं, जिससे हमारी बहनों को परेशानी होती है और हमारी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, इसलिए पिछले कुछ सालों से हम गरबा आयोजकों से अपील कर रहे हैं कि ऐसे लोगों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. हर प्रतिभागी को प्रवेश द्वार पर रखी देवी की तस्वीर के सामने झुकने के लिए भी कहा जाना चाहिए."


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