नई दिल्ली: देशभर में नरेंद्र मोदी की लहर के बावजूद ओडिशा में नवीन पटनायक अपना किला बचाने में कामयाब रहे हैं. विधानसभा चुनाव में नवीन पटनायक की अगुवाई में बीजू जनता दल 146 में से 112 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहा. जीत दर्ज करने के बाद बीजू जनता दल ने नवीन पटनायक को अपना नेता चुना है और वह 29 मई को 5वीं बार राज्य के सीएम के तौर पर शपथ लेंगे. अब तक नवीन पटनायक 19 साल तक राज्य के सीएम रह चुके और अगर वह 5 साल की टर्म पूरी करते हैं तो वह देश में सबसे ज्यादा समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड बना सकते हैं. नवीन पटनायक 5 मार्च 2000 को पहली बार सीएम बने थे.
पवन कुमार चामलिंग
देश में सबसे ज्यादा समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड सिक्किम के पवन कुमार चामलिंग के नाम दर्ज है. पवन कुमार चामलिंग ने 12 दिसंबर 1994 को पहली बार राज्य के सीएम के तौर पर शपथ ली थी. पवन कुमार चामलिंग की पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा और वह 24 साल 163 दिन तक राज्य की सीएम की कुर्सी पर काबिज रहे.
ज्योति बसु
देश के सबसे चर्चिच सीएम में से एक रहे ज्योति बसु 23 साल 137 दिन तक पश्चिम बंगाल के सीएम रहे हैं. ज्योति बसु ने पहली बार 21 जून 1977 को सीएम के तौर पर शपथ ली थी और वह 5 नवंबर 2000 तक राज्य के सीएम रहे.
गेगांग अपांग
गेगांग अपांग 18 जनवरी 1980 को अरुणाचल प्रदेश के सीएम बने थे और वह 22 साल 8 महीने तक राज्य के सीएम पद पर रहे. गेगांग अपांग 1980 से 1999 तक राज्य के सीएम की कुर्सी पर काबिज रहे. इसके बाद 2003 में फिर से वो सीएम की कुर्सी पर काबिज हुए.
लाल थनहवला
5 बार मिजोरम के सीएम रहे लाल थनहवला भी सबसे ज्यादा समय तक सीएम रहने वाली शख्सियतों में शुमार हैं. लाल थनहवला ने 5 मई को पहली बार राज्य के सीएम के तौर पर शपथ ली थी. लाल थनहवला 21 साल 38 दिन तक राज्य के सीएम पद पर रहे.
वीरभद्र सिंह
वीरभद्र सिंह पांच बार हिमाचल के सीएम रह चुके हैं. वीरभद्र सिंह ने पहली बार 1983 में राज्य के सीएम के तौर पर शपथ ली थी और वह 21 साल तक राज्य के सीएम की कुर्सी पर काबिज रहे.
माणिक सरकार
पिछले साल सत्ता गंवाने वाले माणिक सरकार भी सबसे ज्यादा समय तक सीएम पद पर रहने वाली शख्सियतों में शामिल हैं. 11 मार्च 1998 को सीएम की सपथ लेने वाले माणिक सरकार 19 साल 363 दिन तक त्रिपुरा के सीएम रहे.