Punjab Politics: पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों के बयान पर जानकारी मांगी है. रावत ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू और अन्य का कहना है कि बयानों को तोड़ा मरोड़ा गया है. ऐसी संभावना है कि चुनाव के समय राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश हो. बता दें कि इससे पहले सिद्धू ने अपने सलाहकारों मलविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग को पटिलाया में अपने घर पर बुलाया.


क्या है पूरा मामला?


दरअसल, सिद्धू के सलाहकारों ने कश्मीर और पाकिस्तान को लेकर विवादित बयान दिए. साथ ही इंदिरा गांधी का आपत्तिजनक स्केच भी शेयर किया. मलविंदर सिंह माली ने जम्मू कश्मीर पर बयान देकर विवाद खड़ा किया था. उन्होंने दावा किया था कि कश्मीर एक अलग देश है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान दोनों अवैध कब्जेदार हैं. वहीं, प्यारे लाल गर्ग ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा की गई पाकिस्तान की आलोचना पर सवाल उठाया था.


मनीष तिवारी ने साधा निशाना


कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने सिद्धू के सलाहकारों को लेकर कहा कि ऐसे लोगों को पार्टी तो छोड़िए देश में रहने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा, “ये मानते ही नहीं कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है. तो क्या उनको इस मुल्क में पार्टी तो छोड़िए...मुल्क में भी रहने का हक है. पंजाब कांग्रेस के प्रभारी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को ऐसे बयानों को गंभीरता से अपने संज्ञान में लेना चाहिए. जहां तक नेशनल इंट्रेस्ट का सवाल है, वहां पर किसी तरह का समझौता नहीं है.”


बीजेपी की प्रतिकिया


नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों के पाकिस्तान और कश्मीर वाले बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “उनकी टिप्पणियां भयावह हैं और भारत की खराब तस्वीर पेश करती हैं. यह पार्टी की विचार प्रक्रिया को दर्शाता . क्या राहुल गांधी जवाब देंगे कि क्या उन्होंने सिद्धू के सलाहकार नियुक्त किए हैं?”


अकाली दल ने भी साधा निशाना


इंदिरा गांधी के आपत्तिजनक स्केच पर शिरोमणी अकाली दल के दलजीत सिंह चीमा ने कहा, “जब देश पाकिस्तान के खिलाफ था तब पाक के प्रधानमंत्री की ओर किसने हाथ बढ़ाया? पाक सेना प्रमुख को किसने गले लगाया? नवजोत सिंह सिद्धू...जब वे ही ऐसे हैं  तो सलाहकारों की शिकायत क्यों करें?”


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