अमृतसरः करतारपुर कॉरिडोर की शुरुआत से पहले नवजोत सिंह सिद्धू और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के एक साथ लगे पोस्टर राजनीतिक रंग ले लिया है. पोस्टर सामने आते ही कांग्रेस आलाकमान चुप्प है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पोस्टर विवाद पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता. इस मामले पर सिद्धू ही बेहतर जवाब दे सकते हैं.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ''इमरान खान और सिद्धू के पोस्टर को लेकर मैं कुछ नहीं कह सकता. इस मामले पर सिद्धू ही बेहतर जवाब दे सकते हैं.'' पोस्टर मंगलवार को सामने आ गया था, जिसमें सिद्धू को परियोजना को हकीकत में तब्दील करने का श्रेय दिया गया था.
'सिद्धू-इमरान असली नायक'
बता दें कि पंजाब में पोस्टर लगाकर करतारपुर गलियारा परियोजना को हकीकत में तब्दील करने के लिए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और इमरान खान को ‘असली नायक’ बताया गया है. हालांकि, बाद में इस पोस्टर को नगरपालिका ने उतार दिए.
पंजाब में लगाए गए पोस्टर्स में गुरुमुखी में लिखा था, ''सिद्धू और इमरान खान करतारपुर गलियारा परियोजना को एक वास्तविकता बनाने के असली नायक हैं. श्रेय उन्हें जाता है.'' शहर में होर्डिंग सामने आने के एक दिन बाद ही अमृतसर नगर निगम के कर्मचारियों के साथ कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उन्हें हटा दिया.
'पीएम मोदी करेंगे करतारपुर गलियारे का उद्घाटन'
गौरतलब है कि नौ नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेरा बाबा नानक में करतारपुर गलियारे का उद्घाटन करेंगे. शहर में सिद्धू और इमरान खान को करतारपुर गलियारा परियोजना के असली नायक बताने वाले होर्डिंग सिद्धू के कट्टर समर्थक और नगर निगम पार्षद हरपाल सिंह वरका की ओर से लगाये गये थे जिसमें उनकी भी तस्वीर थी.
निगम पार्षद वरका ने कहा कि उन्होंने होर्डिंग कई प्रमुख स्थलों पर लगायी थी. इनमें रंजीत एवेन्यू, मॉल रोड और अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र शामिल था जहां से सिद्धू विधायक हैं.
हरपाल सिंह ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने मित्र सिद्धू को पाकिस्तान में अपने शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया था जिस दौरान सिद्धू ने खान को सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर गलियारा खोलने का सुझाव दिया.
निगम पार्षद वरका ने लगाया था पोस्टर
उन्होंने कहा, ''मैंने कई होर्डिंग लगाये थे क्योंकि मैं गलियारा खोलने में सिद्धू की भूमिका के बारे में लोगों को संदेश देना चाहता था.'' उन्होंने कहा कि सिद्धू एकमात्र ऐसे भारतीय नेता हैं जिन्हें दो दिन पहले गलियारे के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खान से आमंत्रण मिला.
पिछले साल इस्लामाबाद में इमरान खान के शपथ ग्रहण के दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाने के लिए सिद्धू की आलोचना हुई थी. सिद्धू ने हालांकि इसका बचाव करते हुए कहा था कि उन्होंने यह जानने के बाद भावावेश में बाजवा को गले लगा लिया था कि सिख श्रद्धालुओं को अब सीमापार स्थित करतारपुर जाने की इजाजत दी जा सकती है.
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