पटियाला: पंजाब के रूपनगर जिले में किसानों ने शनिवार को पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. सिद्धू, कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सहित कांग्रेस पदाधिकारियों से मिलने के लिए जिले के चमकौर साहिब और मोरिंडा क्षेत्र में गए थे.


बाद में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “जब भी किसान मुझे बुलाएंगे, मैं उनके पास नंगे पैर जाऊंगा और उनसे सुझाव देने के लिए कहूंगा कि कैसे हमारे राज्य की स्ट्रेंथ किसानों के आंदोलन में मदद कर सकती है.” चमकौर साहिब में किसानों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और काले झंडे लहराए. वे किसानों के संदर्भ में सिद्धू के दिए गए उस बयान का विरोध कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्यासा आदमी कुएं के पास जाता है, प्यासे के पास कुआं नहीं आता.


प्रदर्शनकारियों ने सिद्धू के रूट बदलने का किया दावा 
हालांकि, पुलिस ने चमकौर साहिब गुरुद्वारे के पार्किंग स्थल से सिद्धू को सुरक्षित बाहर निकाला जहां वह मत्था टेकने गए थे. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि सिद्धू ने यह जानकर अपना रूट बदल लिया कि किसानों का एक बड़ा समूह बस स्टैंड के पास सड़क पर उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है.
 
18 सूत्री एजेंडा के लिए कराम करेंगे सभी सांसद- विधायक
सिद्धू पहले दिन में चन्नी से मोरिंडा में मुलाकात की. मीडिया से संक्षिप्त बातचीत के दौरान उन्होनें कहा, “संयुक्त किसान मोर्चा की जीत मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है और मैं इसे ‘किसान मोर्चा’ को प्योर कहता रहा हूं क्योंकि यह भारतीय संविधान को मजबूत कर रहा है. हमारी कांग्रेस पार्टी ने पंजाब के लिए 18 सूत्री एजेंडा जनहित में दिया है और मुझ सहित पार्टी का हर सांसद, विधायक और कार्यकर्ता इसके लिए काम करेगा. गुजरात मॉडल और दिल्ली मॉडल सहित कोई दूसरा मॉडल पंजाब के इस 18 सूत्री एजेंडे का मुकाबला नहीं कर सकता.”



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