सिद्धू के पाक सेना प्रमुख को गले लगाने से कम हुआ सेना का मनोबल: निर्मला सीतारमण
इमरान खान के शपथ ग्रहण में नवजोत सिंह सिद्धू के शामिल होने को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने फिर से सिद्धू की आलोचाना की है
नई दिल्ली: इमरान खान के शपथ ग्रहण में नवजोत सिंह सिद्धू के शामिल होने को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने फिर से सिद्धू की आलोचाना की है. रक्षा मंत्री ने मंगलवार को कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने से देश के सैनिकों का मनोबल कम हुआ है. इंडियन वुमन प्रेस कोर (आईडब्ल्यूपीसी) में एक संवाद सत्र के दौरान सवाल का जवाब देते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि पंजाब के मंत्री ऐसा करने से बच सकते थे क्योंकि भारत में पड़ोसी देश की सेना के बारे में "काफी स्पष्ट" भावनाएं हैं.
पाकिस्तानी सेना के प्रमुख को गले लगाने के बाद शुरू हुआ था विवाद क्रिकेट खिलाड़ी से नेता बने सिद्धू पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा को गले लगाकर विवादों में घिर गए थे. वह इमरान खान के प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पाकिस्तान गए थे. सिद्धू ने दावा किया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि बाजवा ने उन्हें कहा था कि पाकिस्तान सरकार भारत के पंजाब राज्य के सिख श्रद्धालुओं के लिए कतारपुर गलियारे को खोलने की दिशा में काम कर रही है.
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सिद्धू इससे बच सकते थे- निर्मला सीतारमण सीतारमण ने कहा, "सिद्धू के बहुत से प्रशंसक हैं. उनके कद का कोई व्यक्ति वहां जाकर वहां की सेना के प्रमुख को गले लगाता है, वह सेना जिसके बारे में भारत की भावनाएं बिलकुल स्पष्ट हैं, तो इसका सैनिकों पर निश्चित ही प्रभाव पड़ता है, इससे जनता का मनोबल गिरता है. मुझे लगता है कि सिद्धू इससे बच सकते थे."