नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर और दिग्गज नेता नवजोत सिंह सिद्धू आज औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गए. राहुल गांधी की मौजूदगी में सिद्धू ने कांग्रेस ज्वाइन की. याद रहे कि सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं. सूत्रों के मुताबिक सिद्धू अमृतसर ईस्ट से चुनाव लड़ सकते हैं.


सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होना बेहद गुपचुप तरीके से हुआ है. कल एबीपी न्यूज़ ने जब कैप्टन अमरिंदर से पंजाब में बात की थी तो उन्होंने कहा था कि वो अब दिल्ली तब जाएंगे जब सिद्धू कांग्रेस में शामिल होंगे. आज कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के भटिंडा में प्रचार कर रहे हैं  और सिद्धू औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल हो गए. इसी तरह आज जब उनकी पत्नी से बात की गई तो उन्होंने कहा था कि सिद्धू राहुल से मिलने गए हैं और कांग्रेस में कब शामिल होंगे इसके बारे में उन्हें पता नहीं है. अब तक ये साफ नहीं हो सका कि आखिर इतने गुपचुप तरीके से सिद्धू ने कांग्रेस का हाथ क्यों थामा?


19 को रोडशो से करेंगे प्रचार अभियान की शुरुआत
कांग्रेस के लिए सिद्धू प्रचार अभियान की शुरुआत 19 जनवरी को करेंगे. सिद्धू 19 तारीख को कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ अमृतसर में रोड शो करेंगे. इस रोडशो से पहले दोनों नेता स्वर्ण मंदिर में माथा टेकेंगे और प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे. सिद्धू कल अमृतसर पहुंच रहे हैं.


गुपचुप तरीके से क्यों शामिल हुए सिद्धू?


कांग्रेस में किसी दिग्गज नेता को जिस तरह शामिल कराया जाता है सिद्धू के लिए उस तरीके को नहीं अपनाया गया. सिद्धू का कांग्रेस में शामिल होना पार्टी के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक शायद कैप्टन अमरिंदर बाहर से कुछ कह रहे हों लेकिन अंदर खाने वे सिद्धू को उनकी पत्नी की तरह किसी भव्य कार्यक्रम के तहत पार्टी में नहीं लाना चाहते थे. इस बात को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि हो सकता है चुनाव में व्यस्तता के चलते कैप्टन दिल्ली ना पाए हों. सूत्रों के मुताबिक सिद्धू यह भी चाहते थे कि उन्हें राहुल गांधी की मौजूदगी में ही कांग्रेस ज्वाइन कराई जाए. शायद इसीलिए इस तरह की प्रक्रिया को अपनाया गया.



कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू का पहला ट्वीट

आगे क्या होगी सिद्धू की भूमिका?
राहुल गांधी से पिछली मुलाकात के दौरान सिद्धू ने लांबी सीट से प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा जतायी थी. लेकिन बाद में इसका फैसला उन्होंने राहुल गांधी पर छोड़ा था. सिद्धू के इस सीट पर जीत के साथ वो पार्टी में सीएम पद के प्रभावी उम्मीदवार बन जाते. शायद यही वजह है कि कल कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद ये एलान कर दिया कि वो लांबी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं, आला कमान से इस बाबत अनुमति मांगी है. अभी कांग्रेस 110 सीटों पर उम्मीदवार का एलान कर चुकी है, ऐसे समय में सिद्धू के पार्टी ज्वाइन करने से यह बात तो तय है कि सिद्धू विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.


सिद्धू और राहुल की नजदीकियां क्या कहतीं हैं?
सिद्धू और कांग्रेस आलाकमान के बीच इस तरह की नजदीकियों से नए कयास भी लगाए जा रहे हैं कि अगर कांग्रेस पंजाब में मैजिक नंबर तक पहुंचने में कामयाब होती है तो राहुल और सिद्धू की यह दोस्ती कुछ नया रंग भी दिखा सकती है. एबीपी न्यूज़ ने जब सिद्धू की ज्वाइनिंग के बाद उनकी पत्नी से पूछा कि क्या सिद्धू ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है तो उन्होंने कहा कि मैं अभी चुनाव क्षेत्र में हूं. राहुल गांधी से मुलाकात तो हुई है लेकिन पार्टी ज्वाइन की या नहीं इसकी जानकारी नहीं है.


हेलिकॉप्टर से 117 रैलियां करेंगे सिद्धू- सूत्र
सूत्रों के मुताबिक सिद्धू को कांग्रेस में उनकी हैसितय के मुताबिक भूमिका दी जाएगी. सिद्धू कांग्रेस के लिए पंजाब में करीब 117 सीटों पर रैलियां करेंगे और उन्हें प्रचार के लिए हेलिकॉप्टर भी मुहैया कराया जाएगा. सिद्धू डिप्टी सीएम या सीएम पद के उम्मीदवार हैं या नहीं इसको लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है. सिद्धू को लेकर पूरी तरह से पार्टी और खुद सिद्धू दोनों की ओर से गोपनीयता बरती जा रही है.