कांग्रेस महाधिवेशन: शायराना अंदाज में छा गए सिद्धू, मनमोहन सिंह से मांगी माफी
पार्टी के 84वें महाधिवेशन में पेश आर्थिक प्रस्ताव पर बोलने के लिए ज्यादातर वक्ताओं को तीन मिनट का समय आवंटित किया गया था, लेकिन सिद्धू मंच पर आए और बोले तो करीब 20 मिनट तक बोलते रहे.
नई दिल्ली: कांग्रेस के महाधिवेशन का आखिरी दिन भले ही पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण के नाम रहा, लेकिन पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अपने चिरपरिचित अंदाज से महफिल में छा गए और जमकर तालियां बटोरी.
पार्टी के 84वें महाधिवेशन में पेश आर्थिक प्रस्ताव पर बोलने के लिए ज्यादातर वक्ताओं को तीन मिनट का समय आवंटित किया गया था, लेकिन सिद्धू मंच पर आए और बोले तो करीब 20 मिनट तक बोलते रहे.
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से माफी मांगी और कहा, ‘‘ मुझे आपको पहचानने में 10 साल का समय लगा. मैं माफी मांगता हूं. मैंने गंगा नहा ली सर, आपके चरणों में सर रखकर... आप सरदार हैं और असरदार भी.’’ मनमोहन की तारीफ करते हुए सिद्धू ने कहा कि ‘जो आपके मौन ने कर दिखाया, वो बीजेपी का शोर शराबा नहीं कर पाया, ये बात मुझे दस साल बाद समझ आई. सिद्धू ने कहा कि ‘कांग्रेस हारी होगी तो किसी नेता की वजह से, तुम्हारी (कार्यकर्ता) वजह से नहीं, तुम तो सिकंदर हो, तुम तो शेरों के शेर बब्बर शेर हो. तुम कभी एक्स नहीं होते, तुम यानी कार्यकर्ता.’सिद्धू के पूरे संबोधन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह देखने को मिला. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस में उनका आना ‘घर वापसी’ है.
सिद्धू ने अपने संबोधन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की खूब तारीफ कीं और कहा कि अगले साल लाल किले पर राहुल गांधी तिरंगा फहराएंगे.