करतारपुर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश में करतारपुर कॉरीडोर का शिलान्यास किया है. इस शिलान्यास के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान के तारीफों के पुल बांध दिए. सिद्दू ने कहा कि भारत सरकार और इमरान खान ने पुण्य का काम किया. उन्होंने कहा, ''मेरे यार, दिलदार इमरान खान का शुक्रिया.'' इस कदम को आतंकवाद और राजनीति से न जोड़ें. करतारपुर के इतिहास के पहले पन्ने पर इमरान खान का नाम होगा. सिद्धू ने कहा कि जब संपर्क बढ़ेगा तो संदेह दूर होंगे. जब तक रगों में खून रहेगा, दोनों सरकारों का शुक्रिया अदा करता रहूंगा.
शिलान्यास के मौके पर भारत की विदेश राज्य मंत्री हरसिमरत कौर, एचएस पुरी और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू मौजूद रहे. पंजाब सरकार के मंत्री, कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने इस रास्ते के लिए पहल की थी. ये कॉरिडोर अगले साल नवंबर से पहले खुलेगा. पंजाब के गुरुदासपुर में 4.5 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी जो पाकिस्तान से जोड़ेगी.
क्यों है करतारपुर साहिब खास?
पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा सिख समुदाय का पवित्र धार्मिक स्थल है. सिखों के प्रथम गुरू गुरूनानक देव जी ने जीवन के आखिरी 18 साल यहां गुजारे. करतारपुर में ही नानकदेव जी की मत्यु हुई थी.
यहीं पर सबसे पहले लंगर की शुरूआत हुई थी. नानकदेव जी ने 'नाम जपो, कीरत करो और वंड छको' का सबक दिया था. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा गुरुदासपुर में भारतीय सीमा के डेरा साहिब से महज चार किलोमीटर की दूरी पर है.
करतापुर कॉरिडोर बनने से क्या फायदा होगा ?
करतापुर कॉरिडोर बनने से सिखों का 70 साल लंबा इंतजार खत्म होगा. भारत के करोड़ों सिख गुरु नानक की समाधि के दर्शन कर पाएंगे. सिख श्रद्धालुओं को बिना वीजा के पाकिस्तान में एंट्री मिलेगी, सिर्फ टिकट लेना होगा. कॉरिडोर खुलने से भारत-पाकिस्तान के बीच भरोसा बढ़ेगा.