अमृतसर: किसानों के मुद्दे पर सालभर से मौन नवजोत सिंह सिद्धू अब मैदान में उतर आए हैं. नवजोत सिंह सिद्धू आज किसान बिल के विरोध में धरना देंगे. सिद्धू का यह धरना अमृतसर के हाल गेट पर होगा, अमृतसर के भंडारी पुल से हाल गेट तक मार्च होगा.


कैबिनेट मंत्री पद छोड़ने के बाद नवजोत सिद्धू एक साल बाद पहली प्रदर्शन के लिए बाहर आएंगे. लोकसभा चुनाव के बाद कैप्टन के मंत्रिमंडल से सिद्धू ने इस्तीफ़ा दे दिया था. तब से सिद्धू पब्लिक लाइफ़ में कम ही रहे हैं.  ये प्रदर्शन 11 .30 बजे शुरू होगा.


किसान बिल को बताया था अस्तित्व पर हमला


किसान बिल जिस दिन लोकसभा से पास हुए उस दिन सिद्धू ने ट्विटर पर इसे लेकर सवाल उठाए थे. सिद्धू ने करीब एक साल बाद अपने ट्विटर पर चुप्पी तोड़ी थी. सिद्धू ने एक के बाद एक दो ट्वीट किए. पहले ट्वीट में लिखा, "सरकारें तमाम उम्र यही भूल करती रही, धूल उनके चेहरे पर थी, आईना साफ करती रही."


दूसरा ट्वीट उन्होंने पंजाबी में किया. इसमें उन्होंने लिखा, "किसान पंजाब की आत्मा है. शरीर के घाव ठीक हो जाते हैं, लेकिन आत्मा के नहीं. हमारे अस्तित्व पर हमला बर्दाश्त नहीं है. युद्ध का बिगुल बजाते हुए क्रांति को जीते रहो. पंजाब, पंजाबी और हर पंजाबी किसान के साथ है."


पंजाब में जमकर हो रहा है कृषि बिल का विरोध


कृषि से जुड़े विधेयकों का पंजाब में काफी विरोध हो रहा है क्योंकि किसान और व्यापारियों को इससे एपीएमसी मंडियां समाप्त होने की आशंका है. यही कारण है कि प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दलों ने कृषि विधेयकों का विरोध किया है. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कृषि से जुड़े विधेयकों के विरोध में मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है.


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