Punjab Election: पंजाब में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. वहीं पंजाब में आंतरिक कलह झेल रही कांग्रेस पिछली बार की तरह इस बार भी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मदद ले सकती है. फिलहाल इसे लेकर पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने संकेत दिए थे कि आगामी चुनाव में प्रशांत किशोर से मदद ली जा सकती है. जिसे लेकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान लेंगे.


दरअसल सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को विधायकों के साथ हुई बैठक में इस बात का जिक्र किया था कि पंजाब में कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए प्रशांत किशोर की मदद लेने की सलाह दी थी. जिस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धू ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 'अगर मुख्यमंत्री उन्हें नियुक्त करना चाहते हैं, तो यह पार्टी आलाकमान तय करेंगे.'


बता दें कि साल 2017 में पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 117 में से 77 सीटें जीती थीं. जिसका श्रेय कांग्रेस ने IPAC के संस्थापक प्रशांत किशोर को दिया था. वहीं इसी साल मार्च में पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घोषणा करते हुए जानकारी दी थी कि प्रशांत किशोर उनके प्रमुख सलाहकार के रूप में कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.


फिलहाल सिंतबर में कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद से इस्तीफे और कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने अपनी एक नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया है. इसके साथ ही वह पंजाब में कांग्रेस को हराने के लिए प्रमुख विपक्षी पार्टियों के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं.


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