Navneet Rana Hanuman Chalisa Row: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में करीब 1 महीने से राजनीतिक घमासान जोरों पर है. यह घमासान उस दिल्ली से भी कहीं ज्यादा है, जहां से पूरे देश की राजनीति चलती है. मुंबई के राजनीतिक घमासान में हर दल और हर नेता किसी न किसी तरह से शामिल होना चाहता है, इनमें से कई शामिल भी हो चुके हैं और पूरे देश में सुर्खियों में हैं, लेकिन सवाल ये उठता है कि इसके पीछे की वजह क्या है, आखिर क्यों मुंबई में अचानक इतनी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. आइए जानते हैं कि क्या है इस सियासी गर्मी की वजह.


कहां से शुरू हुआ खेल


मुंबई में शनिवार को नवनीत राणा और किरीट सौमेया वाला जो हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ, उसकी शुरुआत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने करीब 22 दिन पहले की थी. उन्होंने पार्टी के एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र सरकार से मांग की थी कि सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाएं. उन्होंने कहा था कि, मैं किसी की प्रार्थना के खिलाफ नहीं हूं. आप अपने घर पर प्रार्थना कर सकते हैं लेकिन सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का निर्णय करना चाहिए. उन्होंने कहा था कि, अब मैं चेतावनी दे रहा हूं कि फौरन मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा लें नहीं तो हम मस्जिद के सामने लाउडस्पीकर लगा देंगे और हनुमान चालीसा बजाएंगे. इसके बाद राज ठाकरे 12 अप्रैल को मीडिया के सामने आए और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई तक का अल्टीमेटम दिया. ऐसा न करने पर जैसे को तैसा जवाब देने और हनुमान चालीसा का पठ करने की धमकी उन्होंने दी. ऐसे में साफ है कि हनुमान चालीसा पढ़ने का मुद्दा राज ठाकरे ने शुरू किया.


अब कहां तक पहुंचा गेम


राज ठाकरे के हनुमान चालीसा पढ़ने और लाउडस्पीकर हटाने के मुद्दे में अचानक शुक्रवार को महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा कूद पड़ीं. उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर शनिवार को हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया. इस पर शनिवार सुबह से ड्रामा शुरू हो गया. शिवसैनिकों ने नवनीत राणा के घर को घेर लिया और काफी हंगामा किया. वहीं सीएम के आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई. शाम होते-होते नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उनसे मिलने जा रहे बीजेपी नेता किरीट सौमेया पर शिवसैनिकों ने हमला बोल दिया. इससे उन्हें चोटें भी आईं. दरअसल, किरीट सोमैया राणा दंपती से मिलने खार थाने पहुंचे थे.


ये है इस घमासान की वजह


मुंबई में हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर का मुद्दा गर्म होने की असली वजह यहां होने वाले नगर निकाय चुनाव हैं. दरअसल, मुंबई महानगर पालिका का कार्यकाल खत्म हो चुका है. अब इसके चुनाव होने हैं. चुनाव में हर कोई अपना ग्राफ उठाना चाहता है, यही वजह है कि इस मुद्दे ने इतना जोर पकड़ लिया है. अगर मुंबई महानगर पालिका में मौजूदा स्थिति देखें तो 227 सीटों में शिवसेना के पास 84, बीजेपी के पास 82, कांग्रेस के पास 31, एनसीपी के पास 9, एमएनएस के पास 7 और अन्य के हिस्से में 14 सीटें हैं. मनसे के लिए यह चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि राज ठाकरे को पार्टी का गठन किए कई साल हो चुके हैं, लेकिन अब भी उनकी पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है. राजनीतिक एक्सपर्ट की मानें तो वह इस बार हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर मुद्दे के जरिए अपने प्रदर्शन में सुधार लाना चाहते हैं. इसलिए वह लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं. वहीं बीजेपी और अन्य दल भी इसमें अपनी सक्रियता दिखाकर हिंदू वोट को अपने पक्ष में करने में जुटे हैं.


क्या है राणा दंपती केस का अभी का स्टेटस


मुंबई पुलिस ने नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को अरेस्ट कर शनिवार को खार थाने में रखा था. आज दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा. दोनों के खिलाफ अपने बयानों से धर्म, जाति के आधार पर विद्वेष फैलाने का आरोप है. वहीं राणा दंपती से मिलने पहुंचे किरीट सोमैया पर शिवसैनिकों ने हमला किया. उनके चेहरे पर चोट भी लगी. इस मामले में सोमैया का आरोप है कि उन पर जानलेवा हमले के बावजूद मुंबई पुलिस ने मामूली घटना की FIR दर्ज की है.


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