नौसेना का विमान मिग 29 पक्षियों के झुंड से टकराया, पायलट की बची जान
कमांडर मधवाल के मुताबिक, पक्षियों के टकराने से लड़ाकू विमान में आग लग गई. जब पायलट एयरक्राफ्ट को जब नहीं बचा सके तो पायलट ने बेहद ही सूझबूझ दिखाते हुए विमान को रिहायशी इलाके से दूर एक सुनसान इलाके की तरफ ले गए और उससे ऑटो-इजेक्शन के जरिए पैराशूट से सुरक्षित बाहर कूद गए.
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना का आधुनिक फाइटर जेट, मिग29-के आज गोवा में पक्षियों के एक झुंड के टकराने से क्रैश हो गया लेकिन दुर्घटना से पहले दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए. नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, आज दोपहर मिग29 के ट्रैनर एयरक्राफ्ट एक रूटीन ट्रैनिंग मिशन पर था तब पक्षियों के एक झुंड से इसका सामना हुआ. टू सीटर इस फाटइर जेट ने गोवा-डाबोलिम के आईएनएस हंस एयरबेस से उड़ान भरी थी.
कमांडर मधवाल के मुताबिक, पक्षियों के टकराने से लड़ाकू विमान में आग लग गई. जब पायलट एयरक्राफ्ट को जब नहीं बचा सके तो पायलट ने बेहद ही सूझबूझ दिखाते हुए विमान को रिहायशी इलाके से दूर एक सुनसान इलाके की तरफ ले गए और उससे ऑटो-इजेक्शन के जरिए पैराशूट से सुरक्षित बाहर कूद गए. घटना में किसी सिवियलन के जान माल का नुकसान नहीं हुआ.
विमान के जमीन पर गिरते ही परखच्चे उड़ गए और देर तक मलबा धूं-धूं करके जलता रहा. तुरंत ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और दोनों पायलट्स की खैर-खबर ली. पायलट्स ने बताया कि वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं. नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, 'हालांकि ये क्रैश पक्षियों के झुंड के टकराने से हुआ है लेकिन फिर भी घटना की जांच (कोर्ट ऑफ इंक्वायरी) के आदेश दे दिए गए हैं'
घटना के बाद खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों पायलट, कैप्टन मृगांक शिओखंड और लेफ्टिनेंट कमांडर दीपक यादव से फोन कर उनका हाल चाल जाना.
आपको बता दें कि भारतीय नौसेना ने वर्ष 2010 में रूस से 45 मिग29-के फाटइर जेट्स का सौदा किया था. इन फाइटर जेट्स को एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात करने के लिए खरीदा गया था. इन बेहद ही उम्दा सुपरसोनिक फाइटर जेट्स को वर्ष 2013 में नौसेना में शामिल किया गया था. नौसेना में ब्लैक-पैंथर के नाम से जाने जाने वाले इन फाटइर जेट्स की पहल स्कॉवड्रन गोवा के आईएनएस हंस बेस पर तैनात है. गौरतलब है वर्ष 2013 में आज ही कि दिन यानि 16 नबम्बर को आईएनएस विक्रमादित्य को नौसेना में शामिल किया गया था.