Visakhapatnam: भारत का राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार द्रौपदी मुर्मू रविवार को आंध्र प्रदेश के दौरे पर पहुंचीं. यहां उन्होंने विशाखापत्तनम में नौसेना दिवस समारोह में हिस्सा लिया. इससे पहले एक सभा में उन्होंने कहा कि देश के विकास में आंध्र प्रदेश के लोगों का बड़ा योगदान रहा है. स्वतंत्र भारत में आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास में आंध्र प्रदेश की अग्रणी भूमिका रही है. 


नौसेना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने भारतीय जहाज और पनडुब्बियों की प्रदर्शनी का लुत्फ उठाया. प्रदर्शनी के दौरान भारतीय नौसेना के पोत, पनडुब्बियां और विमानों ने भारतीय नौसेना की क्षमता और प्रतिभा का प्रदर्शन किया. कार्यक्रम का समापन सूर्यास्त समारोह और एंकरेज में जहाजों द्वारा रोशनी के साथ किया गया.


पहली बार दिल्ली के बाहर हुआ कार्यक्रम 


बता दें कि यह पहला मौका है जब नौसेना दिवस समारोह देश की राजधानी दिल्ली के बाहर आयोजित किया गया है, इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहुंची थीं. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के कई गणमान्य लोग इस कार्यक्रम में मौजूद रहे. 


प्रधानमंत्री ने भी ट्ववीट कर दी बधाई 


सुबह ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर भारतीय नौसेना दिवस बधाई दी. प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सभी नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को नौसेना दिवस की शुभकामनाएं. भारत में हमें अपने समृद्ध समुद्री इतिहास पर गर्व है. भारतीय नौसेना ने दृढ़ता से हमारे देश की रक्षा की है और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान अपनी मानवीय भावना से खुद को प्रतिष्ठित किया है.


आज क्या हुआ था खास 


4 दिसंबर का दिन भारतीय नौसेना के लिए बहुत खास है, इसलिए इसे हर साल नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है. आज का दिन 1971 में हुए भारत-पकिस्तान के युद्ध के दौरान, भारतीय नौसेना के 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' की उपलब्धियों की याद दिलाता है, जब भारतीय नौसेना ने पकिस्तान की नौसेना को शिकस्त दी थी. 


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