नई दिल्ली: भारतीय नौसेना का मिग29'के' फाइटर जेट रविवार की सुबह गोवा के करीब समंदर में क्रैश हो गया.‌ लड़ाकू विमान का पायलट दुर्घटना से पहले सुरक्षित बाहर कूद गया. नौसेना ने दुर्घटना के कारण के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं.‌ नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, रविवार की सुबह 10.30 बजे मिग29के फाइटर जेट एक रूटी-सोर्टी पर था जब ये विमान गोवा के करीब समंदर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. लेकिन पायलट सुरक्षित कूद गया और बाद में उसे सुरक्षित बचा लिया गया. प्रवक्ता के मुताबिक, मामले की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं.


जानकारी के मुताबिक, इस मिग29के फाइटर जेट ने गोवा के आईएनएस हंस बेस से उड़ान भरी थी.‌ उड़ान भरने के फौरान बाद ही ये समंदर में क्रैश हो गया. आपको बता दें कि पिछले दो सालों में गोवा में ये तीसरा ऐसा मामला है जब नौसेना का आधुनिक फाइटर जेट, मिग29के दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. इससे पहले पिछले साल नबम्बर के महीने में एक पक्षी से टकराने के कारण भी नौसेना का एक मिग29के फाइटर जेट गोवा में आईएनएस हंस बेस के करीब दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.


जनवरी 2018 में भी लैंडिंग के दौरान आईएनएस हंस बेस पर एक मिग29के एयरक्राफ्ट रनवे पर फिसलने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था‌. गौरतलब है कि वर्ष 2013 में मिग29के फाइटर जेट्स को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था. भारत ने रूस से कुल 45 मिग29के जेट्स का सौदा किया था.


गोवा के आईएनएस हंस बेस पर इन मिग29के फाइटर जेट्स की ब्लैक-पैंथर नाम की 303-स्कॉवड्रन है. इसलिए इन जेट्स को ब्लैक पैंथर के नाम से भी जाना जाता है. ये ब्लैक पैंथर जेट्स नौसेना के एयरक्राफ्ट कैरियर, आईएनएस विक्रमादित्य पर देश की समुद्री सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं.


कुछ साल पहले ही रिपोर्ट‌ आई थीं कि सीएजी ने मिग29के लड़ाकू विमानों की सर्विस-उपलब्धता पर सवाल खड़े किए थे क्योंकि इन जेट्स के इंजन और दूसरे हिस्सों में काफी खामियां पाई गई थीं. एक मिग29के एयरक्राफ्ट तो रूस में ही वर्ष 2011 में ट्रायल के दौरान क्रैश हो गया था. इस दुर्घटना में दोनों रूसी पायलट्स की जान चली गई थी.


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