Nawab Malik Judicial Custody: एनसीपी के फायर ब्रांड नेता नवाब मलिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. उनकी न्यायिक हिरासत 14 दिन के लिए फिर से बढ़ा दी गई है, अब उनको 30 मई तक जेल में ही रहना होगा. मलिक बीते साल 23 फरवरी 2022 से जेल में है.


फिलहाल वह कोर्ट से आदेश लेकर कुर्ला इलाके के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना इलाज करा रहें है. बॉम्बे हाईकोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई लंबित है. कुर्ला में जमीन खरीद फरोख्त के एक मामले में पैसे के लेन देन के आरोपों पर ED ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था. इसी मामले में नवाब मलिक को गिरफ्तार किया गया है.


सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं मिल सकी राहत
मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में जमानत को लेकर नवाब मलिक ने सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोर्ट ने सुनवाई से इंकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई जुलाई के दूसरे हफ्ते तक टालते हुए कहा, मामले की सुनवाई बॉम्बे हाईकोर्ट करने वाला है इसलिए पहले उसको सुनवाई करने दी जानी चाहिए. इसके पहले एक मई को NCP नेता नवाब मलिक को जमानत पर राहत नहीं मिली थी. सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल आधार पर जमानत याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया था. 


सुप्रीम कोर्ट ने कहा, बॉम्बे हाईकोर्ट मामले की सुनवाई करने में सक्षम है, अगर हाईकोर्ट मामले की सुनवाई नहीं करता तो याचिकाकर्ता फिर से उसके पास आ सकता है, लेकिन फिलहाल हाईकोर्ट को ही जमानत पर फैसला लेने दिया जाना चाहिए.  


इस मामले पर मलिक की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल पेश हुए, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को बताया, ट्रायल कोर्ट ने जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए छह महीने का समय लिया है. अब हाईकोर्ट ने मामले को आगे के लिए पोस्ट कर दिया है, और मलिक पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं और उनकी एक किडनी फेल हो चुकी है.


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