मुंबई: वैक्सीन को लेकर राजनीति जारी है. समाजावादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस के कुछ नेताओं के बाद अब एनसीपी के सीनियर नेता नवाब मलिक ने कहा कि वैक्सीन को लेकर अभी भी कुछ संदेह है. इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी को वैक्सीन लगवानी चाहिए ताकि संदेह दूर हो.


बता दें कि आज ही पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद कहा था कि वैक्सीन को लेकर किसी तरह की अफवाह न फैले इसका ध्यान राज्य सरकारों को रखना है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा, "कोविड-19 का टीकाकरण शुरू होने वालै है. फिर भी वैक्सीन को लेकर लोगों में संदेह है. हम चाहते हैं कि पीएम मोदी खुद इस वैक्सीन को लगवाकर टीकाकरण की शुरुआत करें ताकि संदेह दूर हो, विश्वास कायम हो और पीएम एक नया इतिहास रचें."





नवाब मलिक अकेले विपक्षी नेता नहीं है जिन्होंने ऐसा कहा है. बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव भी ये बात कह चुके हैं. तेज प्रताप यादव ने कहा था कि यह वैक्सीन सबसे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगवाएं. तब हम वैक्सीन लगवाएंगे.


वहीं अखिलेश यादव ने भी वैक्सीन पर सवाल खड़े किए थे. अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें बीजेपी की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है और वे इसे नहीं लगवाएंगे. उन्होंने कहा था कि जब उनकी सरकार आएगी तब सभी को मुफ्त में वैक्सीन मिलेगी. उनके इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा था कि इस तरह के बयानों से देश के वैज्ञानिकों का मनोबल गिरता है.


सरकार ने सीरम इस्टीट्यूट को वैक्सीन का ऑर्डर दिया

सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके की 1.1 करोड़ खुराक खरीदने का सोमवार को आर्डर दिया. प्रत्येक टीका पर जीएसटी समेत 210 रुपये की लागत आएगी. आधिकारिक सूत्रों ने इस बारे में बताया. उन्होंने बताया कि सोमवार देर शाम तक टीका भेजने की शुरुआत होगी. दिए गए ऑर्डर के मुताबिक प्रत्येक टीके पर 200 रुपये और 10 रुपये जीएसटी मिलाकर 210 रुपये की लागत आएगी.

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