रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बातचीत कर हालात की ताजा जानकारी ली और सीआरपीएफ महानिदेशक को निर्देश दिए कि वे तत्काल छत्तीसगढ़ जाएं.
केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों के प्रति श्रद्धा श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि देश उनके बलिदान को कभी भुला नहीं पाएगा. हम शांति और विकास के दुश्मनों से लगातार लड़ते रहेंगे. उन्होंने इस मुठभेड़ में घायल हुए जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 5 जवान शहीद हुए थे जबकि 28 जवान घायल हो गए थे. वहीं उधर एक दर्जन से ज्यादा नक्सलियों के भी मारे जाने का दावा किया गया है.
शाह ने सीएम बघेल से ली हालातों की ताजा जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक आला अधिकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीजापुर जिले में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से फोन पर हालातों की ताजा जानकारी ली और उन्हें हर तरह की मदद का आश्वासन दिया. साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक को भी निर्देश दिए कि वे तत्काल छत्तीसगढ़ जाएं और वहां के हालात का जायजा लेने के साथ साथ नक्सलियों को घेरने की नई रणनीति बनाएं. ध्यान रहे कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित तरेम थाना क्षेत्र के जोनागुड्डा के जंगल में शनिवार दोपहर नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए थे. नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच लगातार 3 घंटे तक फायरिंग चलती रही थी और इस मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक बस्तरिया बटालियन के दो और जिला रिजर्व गार्ड के 2 जवान शहीद हुए थे. घायल जवानों को निकालने के लिए एयर फोर्स के एमआई 17 की मदद भी ली गई थी.
एक आला अधिकारी के मुताबिक जिला बीजापुर मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर सिलगेट गांव के पास के जंगल में नक्सलियों के दुर्दांत कमांडर हिडमा की मौजूदगी की खबर सुरक्षाबलों को मिली थी. दुर्दांत नक्सली कमांडर हिडमा मार्च 2020 में हुए उस हमले में भी शामिल था, जिसमें 17 जवान शहीद हुए थे. इसके अलावा 2013 के झीरम घाटी हमले में भी वह शामिल था.
सर्चिंग से वापसी के दौरान हुई मुठभेड़
आला अधिकारी के मुताबिक इस दुर्दांत नक्सली कमांडर के आसपास लगभग 500 नक्सलियों का सुरक्षा घेरा मौजूद रहता है. हिडमा के मौजूद होने की सूचना के आधार पर शुक्रवार को जिला रिजर्व गार्ड, सीआरपीएफ कोबरा बटालियन और स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त टीम बीजापुर और सुकमा के जंगलों के लिए रवाना की गई थी. इस संयुक्त टीम में लगभग 3000 जवान शामिल थे. शनिवार की दोपहर सर्चिंग से वापसी के दौरान बीजापुर के प्रेम में सुकमा-सिलगेर के बीच जोनागुड्डा के जंगल में नक्सलियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी ने इस सुरक्षाबलों की टीम को चारों तरफ से घेर लिया.
आरंभिक जानकारी के मुताबिक नक्सली ऊंची जगह पर जबकि सुरक्षा फोर्स खुले मैदान में थी. मौके पर लगभग 300 नक्सली मौजूद थे. इन नक्सलियों ने जवानों पर अचानक फायरिंग कर दी. जवाब में जवानों ने भी मोर्चा संभाला और बहादुरी के साथ मुकाबला किया. देर शाम तक चले ऑपरेशन के दौरान 21 घायल जवानों को बीजापुर जिला अस्पताल ले जाया गया था जबकि गंभीर रूप से घायल 7 जवानों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया था.
केंद्रीय गृह मंत्री ने अब सुरक्षाबलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वह इस मामले में जबरदस्त रणनीति बनाकर इलाके को नक्सल से मुक्त कराएं. ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शनिवार को इस घटना पर कहा था कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
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