रायपुर: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बड़ा नक्सली हमला हुआ है. यहां नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी को आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया जिसमें 7 जवान शहीद हो गए. ये हमला दंतेवाड़ा के चोलनार गांव में हुआ. बताया जा रहा है कि थाने से निकलकर जवान रोड निर्माण कार्य की सुरक्षा के लिए जा रहे थे कुछ ही दूरी पर एक पुलिया पर नक्सलियों ने आईईडी लगाया था, जैसे ही गाड़ी आईईडी के करीब पहुंची नक्सलियों ने विस्फोट कर उसे उड़ा दिया.


घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल के लिए अतिरिक्त पुलिस दल रवाना किया गया और शहीद जवानों के शवों और घायल जवानों को वहां से बाहर निकालने की कार्रवाई की गई. घायलों को किरंदुल के एनएमडीसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां एक जवान की मृत्यु हो गई. इधर एक अन्य जवान को बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा गया था जहां उसकी भी मृत्यु हो गई.

अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 16 वीं बटालियन के चार पुलिसकर्मी हवलदार विक्रम यादव, आरक्षक राजेश कुमार​ सिंह, रविनाथ पटेल और अर्जुन राजभर और जिला बल के तीन पुलिसकर्मी हवलदार रामकुमार यादव, आरक्षक टिकेश्वर ध्रुव और सहायक आरक्षक शालिक राम सिन्हा शहीद हुए हैं.

हमले में जवानों की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए. हमले के बाद नक्सली जवानों से दो एके-47, दो इंसास रायफल, दो एसएलआर और हैंड ग्रेनेड लूट कर ले गए. एंटी नक्सल ऑपरेशन के डीआईजी सुंदर राज ने कहा, नक्सलियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. इस संबंध में पूरी जानकारी जांच के बाद दी जाएगी. ''


आईजी बस्तर विवेकानंद सिन्हा ने कहा, "दंतेवाड़ा जिले के किंरदुल थाना क्षेत्र के चोलनार के पास नक्सलियों ने आईईडी में विस्फोट किया. इसकी चपेट में जीप सवार जिला पुलिस के सात जवान आ गए." आईजी सिन्हा ने कहा कि किरंदुल से चोलनार के बीच सड़क निर्माण कार्य चल रहा है. निर्माण कार्य का अवलोकन और सुरक्षा देने पुलिस की टीम रवाना हुई थी. वाहन के पुल के करीब पहुंचते ही नक्सलियों ने आईईडी में विस्फोट कर दिया. विस्फोट इतना तेज था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए.


गौरतलब है कि दो दिनों के बाद मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह बचेली दंतेवाड़ा में विकास यात्रा के तहत जनसभा करने वाले हैं. इसके पहले ही नक्सलियों ने इस हमले को अंजाम देते हुए अपनी धमकी जता दी है. वारदात को मद्देनजर रखते हुए मुख्यमंत्री की सभा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.


नक्सलियों ने हमला ऐसे समय में किया है जब सुरक्षाबलों का बड़े स्तर पर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन जारी है. पिछले महीने के आखिरी सप्ताह में सुरक्षाबलों ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के कसनासुर के जंगलों में 40 के करीब नक्सलियों को मार गिराया था. वहीं उसके कुछ दिनों बाद 11 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया था.


पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पिछले दिनों पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले और ओडिशा के मल्कानगिरि जिले और छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी जिसमें कई नक्सली मारे गए थे. इस नुकसान से नक्सली बौखलाए हुए हैं और बदला लेने के लिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिया गया है और हमलावर नक्सलियों की खोज शुरू कर दी गई है.

नक्सलियों ने इस घटना को तब अंजाम दिया है जब केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज उत्तर क्षेत्र के जिले सरगुजा पहुंच रहे है. सिंह यहां सोमवार को सीआरपीएफ के बस्तरिया बटालियन के पासिंग आउट परेड में शामिल होंगे. इधर राज्य के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा जिले में नक्सली वारदात की निंदा की है.

राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल बलरामजी दास टंडन ने दंतेवाड़ा जिले में बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हुए सुरक्षा बल के जवानों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है. वहीं मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस घटना में पुलिस बल के जवानों की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है.

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ हमारे पुलिस बल के जवानों ने सड़क निर्माण में सुरक्षा देने के लिए कर्त्तव्य पालन करते हुए अपने प्राणों की आहूति दी है. उनकी यह शहादत हमेशा याद रखी जाएगी.’’ सिंह ने कहा है कि यह नक्सलियों की कायरतापूर्ण हरकत है. इससे यह भी साबित होता है कि नक्सली इस जिले के ग्रामीणों और आदिवासियों तक सड़क जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं पहुंचने देना चाहते. इससे उनकी जन-विरोधी और विकास विरोधी मानसिकता उजागर होती है. इसके बावजूद हमारे पुलिस बल और सड़क निर्माण से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों और श्रमिकों का मनोबल बहुत ऊंचा है.

भारत की जवाबी कार्रवाई से सहमा पाकिस्तान, BSF से बोला- रहम करो