नई दिल्ली: गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि साल 2009-2013 की तुलना में साल 2014-18 के दौरान नक्सली हिंसा में 43 फीसदी की कमी आई है. राज्यसभा में रेड्डी ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना 2015 के दृढ़तापूर्वक कार्यान्वयन की वजह से नक्सली हिंसा और इसके प्रभाव के भौगोलिक प्रसार में लगातार कमी आई है. उन्होंने बताया कि साल 2009-2013 की तुलना में साल 2014-18 के दौरान नक्सली हिंसा में 43 फीसदी की कमी आई है.
रेड्डी ने बताया कि साल 2018 में नक्सली हिंसा से प्रभावित जिलों की संख्या घट कर केवल 60 रह गई जिससे पता चलता है कि इसके भौगोलिक प्रसार में कमी आई है. 2010 में ऐसे जिलों की संख्या 95 थी. साथ ही, साल 2018 में नक्सली हिंसा की दो तिहाई घटनाएं केवल 10 जिलों में ही होने की खबर है.
एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में उन्होंने बताया कि नक्सली हिंसा की घटनाएं साल 2009 में 2258 थीं जो 2018 में घट कर 833 रह गईं. साल 2010 में नक्सली हिंसा में 1005 लोगों की जान गई थी जबकि 2018 में यह आंकड़ा घट कर 240 रह गया. रेड्डी ने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि इस साल 30 जून तक नक्सली हिंसा में 117 लोगों की जान गई जबकि 2018 में इसी अवधि में नक्सली हिंसा में 139 लोग मारे गए थे.
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