Security Forces Recover IED Bomb In Chhattisgar: छत्तीसगढ़ के बीजापुर (Bijapur) में सुरक्षाबलों ने मिरतुर (Mirtur) थाना के अंतर्गत मुंडा तालाब के पास से 25 किलोग्राम वजन का एक आईईडी बरामद किया है. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शनिवार (7 जनवरी) को क्षेत्र के पुलिस के मुताबिक, नक्सलियों ने बेचापाल-एतेपाल मार्ग के बीच में बड़े वाहनों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से आईईडी लगाया था. शनिवार (7 जनवरी) जिले के नेलासनर-मीरतूर-गंगलौर मार्ग पर डीआरजी (DRG), मीरतूर पुलिस और एतेपाल कैंप के सुरक्षाबलों की टीम रोड पेट्रोलिंग और एरिया डोमिनेशन पर गई थी.


रोड पेट्रोलिंग और डिमाइनिंग के ऑपरेशन के दौरान मुंडा तालाब के पास बेचपाल-एतेपाल मार्ग के बीच में नक्सलियों की तरफ से आईईडी लगाया गया था. एक कमांडर सिस्टम से इसे जोड़ा गया था. इसका स्विच बम से 100 मीटर दूरी पर रखा गया था. इसके अलावा आईईडी और बिजली के तार को कार्बन में लपेट कर रखा गया था. ताकि मेटल डिटेक्टर से इसका पता न चल सके, लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता से इसे बरामद कर लिया गया. इसके बाद मिरतूर बम निरोधक दस्ते (BDS) ने तुरंत आईईडी को निष्क्रिय कर दिया.






कुछ साल पहले भी नक्सलियों ने लगाए थे बम


कुछ साल पहले भी छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने आईईडी (IED) लगाया था. इसे जवानों ने बरामद किया था. बीजापुर में जवानों ने नक्सलियों के मंसूबों को नकाम कर दिया था. जवानों को निशाना बनाने के लिए सड़क के बीच में लगाए गए आईईडी विस्फोटक को जवानों ने बरामद किया था. इसके बाद मौके पर पहुंची BDS की टीम ने विस्फोटक को निष्क्रिय कर दिया था. ये मामला बासागुड़ा थाना क्षेत्र का था. 


जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र में चल रहे विकास के कामों, सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा देने के लिए जवान एरिया डोमिनेशन पर निकले थे. तर्रेम से सिलगेर के बीच पटेल के पास रोड से 50 मीटर अंदर बम लगाया गया था. बीजापुरा में नक्सलियों के लगाए विस्फोटक को सुरक्षाबलों ने बरामद किया था. इस विस्फोटक को बरामद करने के बाद सुरक्षाबलों ने बीडीएस  (BDS) टीम को सूचना दी थी, जिसके बाद बम को निष्क्रिय किया गया. विस्फोटक आईईडी 5 किलो का था.


इस विस्फोटक आईईडी को एक टिफिन के कंटेनर में छिपाकर सड़क के नीचे दबाया गया था. नक्सली अक्सर जवानों को अपना निशाना बनाने के लिए विस्फोटक छिपाते हैं. बहुत बार तो इस विस्फोटक के चपेट में ग्रामीण आ जाते हैं.  


ये भी पढ़ें: गृहमंत्रालय की हाई पावर कमेटी की बैठक से लद्दाख के राजनीतिक दलों ने बनाई दूरी, सरकार पर लगाया ये आरोप