नई दिल्ली: अब दिल्ली में भी वर्ल्ड ट्रेड सेंटर नजर आएगा. सेंट्रल दिल्ली में नए सिरे से विकसित हो रहे नौरोजी नगर के कॉमर्शियल हब को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नाम से जाना जाएगा. नौरोजी नगर में पहले सरकारी कर्मयारियों के लिए फ्लैट बने हुए थे, जिसे अब नए सिरे से विकसित किया जा रहा है.
नए स्वरूप में यहां फ्लैट के अलावा कॉमर्शियल हब भी बनाए जाएंगे. इस परियोजना का जिम्मा सरकारी कंपनी एनबीसीसी को सौंपा गया है. एनबीसीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक यानी सीएमडी अनुप कुमार मित्तल ने जानकारी दी कि न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से लाइसेंस लिया गया है जिसके बाद ही नौरोजी नगर के कॉमर्शियल हब को नया नाम देने का फैसला किया गया.
90 से भी ज्यादा देशो में 300 से ज्यादा वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर खुले हुए हैं. देश में पहला वर्ल्ड ट्रेड सेंटर मुंबई में खोला गया जबकि अब ये दिल्ली में होगा. दिल्ली के अलावा लखनऊ, गोवा, अमृतसर, भुवनेश्वर और कई दूसरे शहरों में भी वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर खोले जाने की योजना है. व्यापार-कारोबार को बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ब्रांड का इस्तेमाल होता है. सारी दुनिया में फैले वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का एसोसिएशन है जो 1970 से काम कर रहा है.
भवन निर्माण की नयी तकनीक
इस मौके पर एनबीसीसी सीएमडी एके मित्तल ने जानकारी दी कि कंपनी दो नयी तकनीक पर काम कर रही है. इससे भवन निर्माण के समय में तो कमी आएगी ही, साथ ही लागत भी घट जाएगी. पहली तकनीक के तहत बहुमंजिली इमारत 4-5 महीने में बनकर तैयार हो जाता है जबकि थ्री डी के नाम से जानी जाने वाली तकनीक भी समय में काफी कमी करेगी. मित्तल के मुताबिक, इन तकनीक के जरिए कीमतों मे 20-25 फीसदी तक की कमी आएगा. कंपनी अब इन तकनीक के सहारे छोटे शहरों, कस्बों और गांवो में सस्ते घर बनाने की योजना पर काम कर रही है और उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष से इन पर काम शुरु भी हो जाएगा.
त्यौहारों के मौसम में आवसीय परियोजना
मित्तल ने बताया कि गुरुवार से शुरू हो रहे त्यौहारों के मौसम में रियल इस्टेट को बढ़ावा देने के लिए कंपनी नयी योजनाओं का ऐलान करेगा. इसके तहत गुरुग्राम में पौने सात सौ से भी ज्यादा फ्लैट बेचे जाने की योजना है. गुरुग्राम के सेक्टर 89 स्थित एनबीसीसी हाइट्स में बने 490 में से 324 पहले ही बिक चुके हैं जबकि 166 बेचने की योजना है. इन सभी के लिए कंप्लिशन सर्टिफिकेट हासिल किया जा सकता है और खरीदने के साथ ही ग्राहक तुरंत नया आशियाना बना सकेगा. इसी तरह गुरुग्राम के ही सेक्टर 37 डी स्थित ग्रीन व्यू प्रोजेक्ट में 786 में से 510 फ्लैट बेचे जाने हैं.
मित्तल के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में भी एक आवसीय योजना शुरु करने का प्रस्ताव है. वहीं लखनऊ में एक कॉमर्शियल प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा रही है जिसके तहत दफ्तर और दुकानों की बिक्री जल्द ही शुरु की जाएगी.