आम लोगों के साथ मिलकर NCB तोड़ रही है ड्रग्स रैकेट की कमर, NCB के आपरेशन से स्थानीय लोगों को राहत
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की ओर से मुंबई और आस पास के इलाकों में फैले ड्रग्स की चेन को तोड़ने के लिए लगातार कोशिश जारी है. इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
मुंबईः नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो लगातार मुंबई और आसपास के इलाकों में फैले ड्रग रिंग्स को तोड़ने में सख्ती से जुटी हुई है. NCB के कई आपरेशन अब आम लोगों मे उम्मीद जगा रहे है कि NCB के कड़े रुख से उनके इलाके के बच्चो और युवाओं को ड्रग्स से बचाया जा सकता हैं. मुंबई के नागपाड़ा और माहिम इलाके के NCB ने ऐसे 2 अलग अलग आपरेशन को अंजाम दिया जिसमें स्थानीय लोगों का सहयोग मिला.
NCB मुंबई के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बताया, ''11 जुलाई के दिन एनसीबी मुंबई ने मुंबई के नागपाड़ा में एक अभियान शुरू किया और 1.8 किलोग्राम हशीश जब्त किया इस मामले में एक भारतीय महिला को पकड़ा जिससे NCB की पूछताछ जारी है.'' गुप्त सूचना के आधार पर, एनसीबी मुंबई की एक टीम ने नागपाड़ा जंक्शन के पास निगरानी की और हुसैन बी नाम की एक महिला को रोका. जांच के दौरान महिला के पास से 1.8 किलोग्राम हशीश जप्त किया. प्रारंभिक जांच के अनुसार जब्त हशीश जम्मू-कश्मीर से आया था. ऑपरेशन के दौरान यह पता चला कि ड्रग माफिया नाबालिग बच्चों और महिलाओं को ड्रग्स की तस्करी के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. एनसीबी मुंबई ने क्राइम नंबर 66/2021 में केस दर्ज कर कानूनी कार्यवाई कर रही है.
NCB मुंबई के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बताया की, '10 जुलाई को एनसीबी ने मुंबई के माहिम इलाके में एक अभियान शुरू किया. नशीली दवाओं से संबंधित गतिविधि के लिए कुख्यात शख्स को धर दबोचा. NCB ने इलाके के बच्चों और युवाओं की कॉउंसलिंग भी की. मुंबई के माहिम क्षेत्र में ड्रग्स की तस्करी के बारे में एनसीबी को माहिम निवासियों से बहुत सारी शिकायतें मिल रही थी. इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, एनसीबी अधिकारियों की एक टीम ने निगरानी रखी और 10 जुलाई को माहिम समुद्र तट क्षेत्र से एक ड्रग पेडलर वसीम मोहम्मद शमीम नागोर को पकड़ा. उसके पास से हशीश ड्रग्स भी बरामद हुआ. एनसीबी की टीम को मौके पर कई बच्चे और युवा भी मिले. उन्हें नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों के लिए कॉउंसलिंग दिया गया और उनके माता-पिता को भी स्थिति के बारे में बताया गया. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वसीम नाम का पेडलर क्षेत्र के बहुत से छोटे बच्चों को नशीला पदार्थ बेच रहा था और धीरे-धीरे उन्हें नशे का आदी बना रहा था.