Nawab Malik Arrested: महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तारी के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बैठक की. पवार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात करेंगे. एनसीपी चीफ के घर हुई बैठक में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, मंत्री छगन भुजबल, हसन मुशरिफ और राजेश टोपे मौजूद थे.
सूत्र ने बताया, ‘‘यह बैठक, मलिक की गिरफ्तारी के बाद उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने और पार्टी की भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी. ’’ उन्होंने कहा कि बैठक में मलिक के इस्तीफे को लेकर चर्चा हुई. सूत्र ने बताया कि मलिक के इस्तीफा देने की स्थिति में उनका विभाग पार्टी के उनके सहकर्मियों को दिया जाएगा.
बैठक में मौजूद रहे एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि नवाब मलिक के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं है. दुर्भावना से कार्रवाई की गई है. कल सुबह 10 बजे महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास महा विकास अघाड़ी के नेता आंदोलन करेंगे.
इस बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि नवाब मलिक को इस्तीफा नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा, ''महाविकास आघाडी से आमने-सामने नहीं लड़ सकते, इसलिए पीछे से अफजलखानी युद्ध चल रहा है, चलने दो. किसी मंत्री को कपट से अंदर कर आनंदित हो रहे हैं, तो होने दो. नवाब से इस्तीफा न लें. लड़ते रहें और जीतें. कंस और रावण भी मारे गए. यही हिंदुत्व है. जंग अभी शुरू हुई हैं. जय महाराष्ट्र.''
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और एमवीए सरकार में मंत्री बालासाहेब थोराट और अशोक चव्हाण ने भी शरद पवार से मुलाकात की. कांग्रेस नेता सुनिल केदार भी बैठक में शामिल हुए. एमवीए में एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस शामिल हैं.
महाविकास आघाडी सरकार में एनसीपी के वरिष्ठ नेता मलिक के पास अल्पसंख्यक कार्य विभाग के अलावा कौशल विकास विभाग भी है. ईडी ने भगोड़ा गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़ी गतिविधियों से संबंधित धन शोधन जांच के मामले में नवाब मलिक को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक ने कहा कि वह ना डरेंगे, ना झुकेंगे. मलिक से बुधवार की सुबह पूछताछ शुरू की थी. इसके बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि चूंकि मलिक ‘साफ बोलते’ है ऐसे में पार्टी को उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने का अंदेशा था.
शरद पवार ने कहा, “तब से 25 साल बीत गए. इसी तरह से लोगों को बदनाम करने, सत्ता का दुरुपयोग करने और उन्हें परेशान करने के लिए (अंडरवर्ल्ड का) नाम लिया जाता है. जो लोग केंद्र के विरुद्ध और जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के बारे में बोलते हैं, उन्हें परेशान किया जाता है और ऐसा ही यहां हो रहा है.”
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