राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने बृहस्पतिवार को यहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. दोनों नेताओं की यह भेंट संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से कुछ दिन पहले और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले के हालिया विवादास्पद बयानों की पृष्ठभूमि में हुयी.


यह बैठक दक्षिण मुंबई में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 'वर्षा' में हुई. पवार राज्यसभा सदस्य हैं और उनकी पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ महा विकास आघाडी गठबंधन की एक प्रमुख घटक है. शिवसेना नेता ठाकरे इसकी अगुवाई कर रहे हैं। कांग्रेस गठबंधन में शामिल तीसरी पार्टी है.


संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त तक चलेगा. राज्य सरकार ने मांग की है कि स्थानीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए राजनीतिक कोटा बहाल करने और नौकरियों और शिक्षा में मराठों के आरक्षण के लिए 50 प्रतिशत की सीमा में छूट की खातिर केंद्र हस्तक्षेप करे. राज्य सरकार ने महाराष्ट्र में टीकाकरण अभियान में तेजी के लिए हर महीने केंद्र से तीन करोड़ कोविड टीके भी मांगे हैं.


गौरतलब है इससे पहले पिछले महीने में सीएम उद्धव ठाकरे से एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने मुलाकात की थी. उस मीटिंग के दौरान महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार के कई मंत्री भी शामिल हुए. इस बैठक में कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड, गृह मंत्री दिलीप पाटिल और आदित्य ठाकरे भी शामिल हुए थे.


हाल ही में कांग्रेस नेता नाना पटोले ने सीएम उद्धव ठाकरे सरकार पर टिप्पणी की थी. नाना पटोले ने कहा था कि शिवसेना के साथ गठबंधन की "एक्सपायरी डेट" आ चुका है और अगले विधानसभा चुनावों में उद्धव ठाकरे की पार्टी अकेले उड़ान भरेगी. वहीं, ठाकरे ने सहयोगी पार्टी कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा था कि जो लोगों की समस्याओं का हल किये बिना अकेले चुनाव लड़ने की बात करेंगे, उन्हें लोग जूतों से मारेंगे.


ये भी पढ़ें: सोशल मीडिया पर सामने आई शरद पवार की आपत्तिजनक तस्वीर, शेयर करने वाले व्यक्ति के खिलाफ FIR