एक्सप्लोरर

चुनाव परिणाम 2024

(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)

Sharad Pawar Resign: कांग्रेस अड़ियल टट्टू... बगावत के लिए उद्धव जिम्मेदार... शरद पवार ने आत्मकथा में MVA सहयोगियों पर क्यों किए बड़े हमले?

Sharad Pawar News: अपनी आत्मकथा में शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके बर्ताव पर भी टिप्पणियां कीं. उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उद्धव का सिर्फ दो बार मंत्रालय गए.

Sharad Pawar Resignation: महाराष्ट्र की राजनीति में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार के इस्तीफे के एलान के बाद से ही हलचल मची हुई है. शरद पवार के बाद एनसीपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसे चुनने के लिए बनाया गया पैनल शुक्रवार (5 मई) को फैसला कर सकता है. एनसीपी चीफ शरद पवार ने इस्तीफे की घोषणा अपनी आत्मकथा के विमोचन के कार्यक्रम में की थी. इस आत्मकथा में पवार ने महाविकास आघाड़ी गठबंधन (एमवीए) के सहयोगियों शिवसेना (यूटी) के उद्धव ठाकरे और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. 

इतना ही नहीं, शरद पवार ने आत्मकथा में भतीजे अजित पवार की बगावत को लेकर भी खुलकर अपनी बात रखी. आत्मकथा में उन्होंने लिखा कि कांग्रेस का रवैया एक अड़ियल टट्टू की तरह था. वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहते उद्धव ठाकरे में नहीं राजनीतिक चतुरता नहीं थी. आसान शब्दों में कहें तो पवार ने महाविकास आघाड़ी गठबंधन के सभी सहयोगियों के पेंच कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी. एनसीपी चीफ की ये आत्मकथा आने वाले वक्त में महाराष्ट्र की सियासत में होने वाले बड़े खेल का संकेत दे रही है.

'शिवसेना का वैचारिक आधार कमजोर'

एनसीपी चीफ ने अपनी आत्मकथा में लिखा कि शिवसेना वक्त-वक्त पर भले ही जोर लगा कर अपनी बात रखती हो, लेकिन इसका वैचारिक आधार इतना मजबूत नहीं है. शिवसेना के इतिहास पर अगर नजर डालें तो राजनीति के लिए जरूरी लचीलापन उसने बार-बार दिखाया है. आपातकाल लगाए जाते वक्त शिवसेना ने इंदिरा गांधी का समर्थन किया था और 1980 के चुनाव में शिवसेना इंदिरा कांग्रेस के साथ खड़ी थी. इसके बदले शिवसेना को विधान परिषद में 2 विधायक भी मिले थे. मुस्लिम विरोध और दलित विरोध, यह शिवसेना की विचारधारा का एक पहलू था, लेकिन जैसा की नजर आता है यह उतना तीव्र नहीं था.

'सीएम रहते सिर्फ दो बार मंत्रालय गए उद्धव'

अपनी आत्मकथा में शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके बर्ताव पर भी टिप्पणियां कीं. उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उद्धव ठाकरे का सिर्फ दो बार मंत्रालय जाना हमें ज्यादा रास नहीं आया. बाला साहब ठाकरे के साथ बातचीत के दौरान जो सहजता रहती थी, वैसे ही सहजता उद्धव के साथ बातचीत के दौरान नहीं थी. उनकी तबीयत का ध्यान रखते हुए, डॉक्टर से मिलने के वक्त का ध्यान रखते हुए ही उनसे मुलाकात का वक्त तय करना पड़ता था.

एनसीपी चीफ ने उद्धव ठाकरे के बारे में आगे लिखा कि राज्य के प्रमुख को प्रदेश में होने वाली हलचल की खबर रखनी चाहिए. उस पर बारीकी से ध्यान देना चाहिए. कल क्या होगा इसका अंदाज लगाने की क्षमता होनी चाहिए और उसके मुताबिक आज क्या कदम उठाने हैं, यह तय करने की राजनीतिक चतुरता होनी चाहिए, लेकिन इन सब मामलों में हमें कमी महसूस हो रही थी. राजनीति में सत्ता बरकरार रखने के लिए तेजी से हरकत करनी पड़ती है, लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार गिरने से पहले पैदा हुए घटनाक्रमों के पहले पड़ाव में ही उद्धव ने हार मान ली.

'शिवसेना में बगावत के लिए उद्धव जिम्मेदार'

कोरोना महामारी के दौरान उद्धव ठाकरे के बर्ताव पर शरद पवार ने टिप्पणी करते हुए लिखा कि ठाकरे प्रशासन के संपर्क में थे, लेकिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और एनसीपी के सारे मंत्री प्रत्यक्ष मैदान में सक्रिय थे. शरद पवार ने शिवसेना में हुई बगावत के लिए भी एक तरह से उद्धव ठाकरे को ही जिम्मेदार ठहराया. पवार ने लिखा कि उद्धव को मुख्यमंत्री बनाए जाने से शिवसेना में ही तूफान आ जाएगा, इसका अंदाजा हमें नहीं था. शिवसेना में हुए असंतोष के इस विस्फोट को शांत करने में शिवसेना का नेतृत्व कमजोर पड़ गया. संघर्ष के बिना उद्धव ठाकरे के इस्तीफा दिए जाने से महाविकास आघाड़ी की सत्ता खत्म हो गई.

'कांग्रेस का रवैया अड़ियल टट्टू की तरह'

पवार ने आत्मकथा में लिखा कि कांग्रेस ने हारी हुई मानसिकता के साथ चुनाव लड़ा था, लेकिन मेरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस के आक्रामक प्रचार का फायदा कांग्रेस को भी हुआ. इस वजह से उनका संख्या बल गिरने के बजाए थोड़ा सा बढ़ा ही. कांग्रेस को सरकार में हिस्सेदारी मिलेगी इसका अंदाजा होने के बाद उन्होंने दबाव की राजनीति करनी शुरू कर दी. विपक्ष की एकता का सबसे मजबूत केंद्र बिंदु कांग्रेस है यह बात निर्विवाद है, लेकिन बाकी पार्टियों को साथ लेते वक्त जब उनको महत्व देने की बात होती है तब कांग्रेस को उसकी देशव्यापी शक्ति का साक्षात्कार होता है. कांग्रेस की इसी अहंकारी प्रवृत्ति पर एक इंटरव्यू में मैंने उंगली उठाई थी. कांग्रेस के साथ सरकार बनाने को लेकर चर्चा में संयम की परीक्षा हो रही थी.

महाविकास आघाड़ी सरकार बनने के पहले जब एक सुबह अचानक अजित पवार ने एनसीपी से बगावत करके उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी तो उसका ठीकरा भी शरद पवार ने कांग्रेस पर ही फोड़ा. शरद पवार ने लिखा कि सरकार बनाने की कसरत के वक्त कांग्रेस के साथ साफगोई के साथ चर्चा नहीं हो रही थी. कांग्रेसी नेताओं के अड़ियल रवैया की वजह से रोज कोई ना कोई नया विघ्न आ रहा था. हम बड़े सामंजस्य के साथ कांग्रेस को सुन रहे थे, लेकिन उनका रवैया अड़ियल टट्टू की तरह था. ऐसा कुछ होगा उसकी आशंका नहीं थी. अजित भावुक है और उसने चिड़चिड़ा कर ऐसा कदम उठाया होगा ऐसा मेरा अंदाज था.

ये भी पढ़ें:

Sharad Pawar Resign: क्या इस्तीफा वापस लेंगे शरद पवार? NCP कार्यकर्ताओं से बातचीत में दिए ये बड़े संकेत

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

KL Rahul Half Century: यशस्वी-राहुल ने शतकीय साझेदारी से पर्थ में रचा इतिहास, 2004 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
यशस्वी-राहुल ने पर्थ टेस्ट में रचा इतिहास, 2004 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
पूरा दिन वोटिंग के बाद EVM मशीन 99% कैसे चार्ज हो सकती है?, पति फहाद अहमद की हुई हार, तो स्वरा भास्कर ने पूछे ECI से सवाल
पति की हुई हार तो स्वरा भास्कर ने उठा दिए ईवीएम पर सवाल
Maharashtra Election Result: शिवसेना-एनसीपी में बगावत, एंटी इनकंबेंसी और मुद्दों का अभाव...क्या हिंदुत्व के सहारे महाराष्ट्र में खिल रहा कमल?
शिवसेना-एनसीपी में बगावत, एंटी इनकंबेंसी और मुद्दों का अभाव...क्या हिंदुत्व के सहारे महाराष्ट्र में खिल रहा कमल?
Maharashtra Assembly Election Results 2024: शिंदे की सेना या उद्धव ठाकरे गुट, चाचा या भतीजा और बीजेपी कांग्रेस... कौन किस पर भारी, जानें सारी पार्टियों का स्ट्राइक रेट
शिंदे की सेना या उद्धव ठाकरे गुट, चाचा या भतीजा और बीजेपी कांग्रेस... कौन किस पर भारी, जानें सारी पार्टियों का स्ट्राइक रेट
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Assembly Election Results: देवेंद्र फडणवीस ने जीत के बाद क्या कहा? Devendra Fadnavis | BreakingMaharashtra Election Result : विधानसभा चुनाव के रुझानों पर महाराष्ट्र में हलचल तेज!Maharashtra Election Result : देश के अलग-अलग राज्यों में हो रहे उपचुनाव में बीजेपी की बड़ी जीतMaharashtra Election Result : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शानदार जीत पर CM Yogi की आई प्रतिक्रिया

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
KL Rahul Half Century: यशस्वी-राहुल ने शतकीय साझेदारी से पर्थ में रचा इतिहास, 2004 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
यशस्वी-राहुल ने पर्थ टेस्ट में रचा इतिहास, 2004 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
पूरा दिन वोटिंग के बाद EVM मशीन 99% कैसे चार्ज हो सकती है?, पति फहाद अहमद की हुई हार, तो स्वरा भास्कर ने पूछे ECI से सवाल
पति की हुई हार तो स्वरा भास्कर ने उठा दिए ईवीएम पर सवाल
Maharashtra Election Result: शिवसेना-एनसीपी में बगावत, एंटी इनकंबेंसी और मुद्दों का अभाव...क्या हिंदुत्व के सहारे महाराष्ट्र में खिल रहा कमल?
शिवसेना-एनसीपी में बगावत, एंटी इनकंबेंसी और मुद्दों का अभाव...क्या हिंदुत्व के सहारे महाराष्ट्र में खिल रहा कमल?
Maharashtra Assembly Election Results 2024: शिंदे की सेना या उद्धव ठाकरे गुट, चाचा या भतीजा और बीजेपी कांग्रेस... कौन किस पर भारी, जानें सारी पार्टियों का स्ट्राइक रेट
शिंदे की सेना या उद्धव ठाकरे गुट, चाचा या भतीजा और बीजेपी कांग्रेस... कौन किस पर भारी, जानें सारी पार्टियों का स्ट्राइक रेट
महाराष्ट्र में हिंदुत्व का बिग बॉस कौन? आंकड़े गवाही दे रहे कि बीजेपी के सामने अब कोई नहीं है टक्कर में
महाराष्ट्र में हिंदुत्व का बिग बॉस कौन? आंकड़े गवाही दे रहे कि बीजेपी के सामने अब कोई नहीं है टक्कर में
Maharashtra Assembly Election Results 2024: सीएम की कुर्सी के लिए संग्राम शुरू, छप गए पोस्‍टर, जानें फडणवीस, अजित पवार, शिंदे का क्‍या रहा रिजल्‍ट
महाराष्‍ट्र: सीएम की कुर्सी के लिए संग्राम शुरू, छप गए पोस्‍टर, जानें फडणवीस, अजित पवार, शिंदे का क्‍या रहा रिजल्‍ट
हेमंत सोरेन को मिला माई-माटी का साथ, पीके फैक्टर एनडीए के काम आया, तेजस्वी का ‘पारिवारिक समाजवाद हुआ फेल’  
हेमंत सोरेन को मिला माई-माटी का साथ, पीके फैक्टर एनडीए के काम आया, तेजस्वी का ‘पारिवारिक समाजवाद हुआ फेल’  
Police Jobs 2024: इस राज्य में भरे जाएंगे सब इंस्पेक्टर के बंपर पद, जानें कब से शुरू होगी आवेदन प्रोसेस
इस राज्य में भरे जाएंगे सब इंस्पेक्टर के बंपर पद, जानें कब से शुरू होगी आवेदन प्रोसेस
Embed widget